हल्द्वानी: उत्तराखंड की इनोवेशन पॉलिसी पर चर्चा करने महिला महाविद्यालय पहुंची अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की टीम, सर्वे प्रपत्र भरवाए

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड राज्य की इनोवेशन पॉलिसी के लिए स्टेक होल्डर्स के सर्वेक्षण के संबंध में इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय में बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपनिदेशक अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग कुमाऊं मंडल राजेंद्र तिवारी, अपर सांख्यिकी अधिकारी डॉ. बीएस राणा और अनुसेवक हेमंत जोशी ने …
हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड राज्य की इनोवेशन पॉलिसी के लिए स्टेक होल्डर्स के सर्वेक्षण के संबंध में इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय में बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपनिदेशक अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग कुमाऊं मंडल राजेंद्र तिवारी, अपर सांख्यिकी अधिकारी डॉ. बीएस राणा और अनुसेवक हेमंत जोशी ने इनोवेशन पॉलिसी से जुड़ी जानकारी दी।

राजेंद्र तिवारी ने बताया कि नियोजन विभाग की ओर से राज्य की इनोवेशन पॉलिसी तैयार करने की कार्यवाही गतिमान है जिसे प्रभावी और व्यापक रूप देने के लिए विभिन्न स्टेक होल्डर्स, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई , स्टार्टअप, एमएसएमई उद्यमियों आदि से जानकारी लेने और डेटाबेस तैयार करने के लिए राज्य में सर्वेक्षण कराया जा रहा है। अपर सांख्यिकी अधिकारी डॉ. बीएस राणा ने प्राचार्य, फैकल्टी सदस्यों, शोधार्थियों, छात्राओं से पॉलिसी सर्वे प्रपत्र भरवाया।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में विकास एवं गुणवत्तावर्धन कार्यक्रम पहले से ही चलाए जा रहे हैं परंतु अब इन विकास परियोजनाओं एवं कार्यक्रमों को अधिक लाभदायक एवं मूल्यवर्धित बनाने के लिए शिक्षा संस्थानों एवं औद्योगिक इकाइयों को नवाचार से जोड़ने हेतु स्थानीय स्तर पर जानकारी एकत्रित कराई जानी है ताकि इन योजनाओं एवं कार्यक्रमों का अधिक से अधिक लाभ लोगों को मिल सके।
प्राचार्य डॉ. शशि पुरोहित ने कहा कि यह अच्छी पहल है क्योंकि जिनकी गुणवत्ता एवं विकास के लिए योजनाएं बनाई जाती हैं, उनसे उनका मत जानकर उन्हें और ज्यादा नवाचारी तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा जिससे योजनाएं अधिक सार्थक हो पाएंगी। इस मौके पर डॉ. ललिता जोशी, डॉ. फकीर नेगी, डॉ. सरस्वती, मंजरी चौधरी, सपना पंत, दीपशिखा, ममता पंत, सपना भट्ट आदि रहे।