दुर्घटना बाहुल्य चौराहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित कर लगाएं संकेत चिन्ह: कमिश्नर

दुर्घटना बाहुल्य चौराहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित कर लगाएं संकेत चिन्ह: कमिश्नर

गोरखपुर। मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी. ने कहा कि सड़क सुरक्षा शासन प्रशासन की प्राथमिकताओं में से है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना बाहुल्य चौराहों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित करने के साथ साथ स्पीड ब्रेकर, होर्डिंग, लाइट, संकेत चिन्ह लगाते हुए सुधारात्मक कार्यवाही एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कर लिए जाये तथा कृत कार्यवाही …

गोरखपुर। मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी. ने कहा कि सड़क सुरक्षा शासन प्रशासन की प्राथमिकताओं में से है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना बाहुल्य चौराहों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित करने के साथ साथ स्पीड ब्रेकर, होर्डिंग, लाइट, संकेत चिन्ह लगाते हुए सुधारात्मक कार्यवाही एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कर लिए जाये तथा कृत कार्यवाही की आख्या उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क के किनारे पार्किंग किये गये वाहनों के प्रति मोटर वाहन अधिनियम के प्राविधानों के अन्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित हो।

उक्त निर्देश मण्डलायुक्त ने आयुक्त सभागार में आयोजित मण्डल स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। उन्होंने कहा कि ब्लैक स्पाट चिन्हीकरण एवं सुधारात्मक कार्यवाही के संबंध में बताया गया कि मण्डल में कुल लगभग 50 ब्लैक स्पाट चिन्हित है। उन्होंने निर्देश दिया कि चिन्हित ब्लैक स्पाटों पर शीघ्र कार्यवाही पूर्ण करें ताकि दुर्घटनाओं पर विराम लगाया जा सके और मानवीय क्षति को बचाया जा सके।

मण्डलायुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि एयरपोर्ट के पास प्रीपेड टैक्सी/पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि यात्रियों को किसी तरह की आवागमन में असुविधा न हो। इस कार्य हेतु 3 सदस्यीय समिति जिसमे एस.पी. ट्रेफिक, सचिव जीडीए, अपर नगर आयुक्त को शामिल कर टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण की जाये। जनपद गोरखपुर से संचालित होने वाले प्राइवेट बसों हेतु स्टैण्ड के चिन्हांकन की समीक्षा के दौरान आयुक्त ने कहा कि गोरखपुर शहर के विभिन्न मार्गों पर संचालित होने वाली यात्री बसों/सिटी बसों के विराम स्थल/स्टैण्ड के निर्धारण की कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कर ली जाये ताकि जाम की समस्या से निजात मिल सके।इसके सम्बन्ध में बताया गया कि महानगर में बस स्टैण्ड/पार्किंग हेतु 16 स्थलों को विकसित किये जाने हेतु चिन्हित किया गया है।

मण्डलायुक्त द्वारा आटो स्टैण्ड हेतु स्थल निर्धारित करने के सम्बन्ध में आर. टी.ओ. द्वारा बताया गया कि महानगर में 4 स्थल आटो स्टैण्ड हेतु चिन्हित किये गये है। सी.एन.जी. की समीक्षा के दौरान बताया गया कि गोरखपुर में 12 पम्प स्टेशन संचालित है। आयुक्त ने कहा कि सीएनजी भरने में ज्यादा समय पम्प स्टेशन पर वाहनों का नही लगना चाहिए अन्यथा नामित एजेंसी का स्वीकृति पत्र निरस्त कर अन्य एजेंसी को स्वीकृत कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि जनहित में गुड सिर्वसिंग अत्यंत आवश्यक है।

इसके अतिरिक्त उन्होंने गोरखपुर-गोला मार्ग पर भी अवश्यकतानुसार बस संचलन में वृद्धि करने के निर्देश दिये ताकि कनेक्टिविटी बेहतर हो सके।मण्डलायुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि ढाबा के सामने अगर सड़क पर गाड़ियां खड़ी पायी जाये तो उसे चालान करने के साथ साथ कड़ी कार्यवाही भी की जाये। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि सभी ए.आर.टी.ओ. हाईवे पर चेक कर लें तथा ब्लैक स्पाट पर बचाव संबंधी समस्त कार्यवाहियों का प्लान बनाकर शीघ्र कार्यवाही पूर्ण करें तथा वाहन चालकों का प्रशिक्षण आयोजित करें। इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन ए.के. सैनी सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी, ट्रांसपोटर्स आदि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन आर.टी.ओ./सचिव अनीता सिंह ने किया।

यह भी पढ़ें:-जानिए कौन हैं विवेक फानसलकर ? जिन्हें उद्धव ठाकरे बना गए मुंबई पुलिस का कमिश्नर