अग्निपथ योजना: महिंद्रा समूह के एलान पर जयंत चौधरी का सवाल, पूछा-अब तक कितने पूर्व सैनिकों को दी नौकरी

नई दिल्ली। महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सोमवार को केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में हुई हिंसा पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि महिंद्रा समूह इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित, सक्षम और युवा अग्निवीरों का अपने यहां भर्ती के लिए स्वागत करेगा। उन्होंने रक्षा सेवाओं में चार साल के कार्यकाल के लिए …
नई दिल्ली। महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सोमवार को केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में हुई हिंसा पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि महिंद्रा समूह इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित, सक्षम और युवा अग्निवीरों का अपने यहां भर्ती के लिए स्वागत करेगा। उन्होंने रक्षा सेवाओं में चार साल के कार्यकाल के लिए 17.5 साल से 23 साल तक के युवाओं की भर्ती योजना पर कहा कि इन अग्निवीरों के लिए कॉरपोरेट क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘अग्निपथ कार्यक्रम के विरोध में हुई हिंसा से दुखी हूं। जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था और उस बात को मैं दोहराता हूं- अग्निवीरों का अनुशासन और कौशल उन्हें रोजगार के योग्य बना देगा।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है।’
Saddened by the violence around the #Agneepath program. When the scheme was mooted last year I stated-& I repeat-the discipline & skills Agniveers gain will make them eminently employable. The Mahindra Group welcomes the opportunity to recruit such trained, capable young people
— anand mahindra (@anandmahindra) June 20, 2022
’ एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने उनसे पूछा कि महिंद्रा समूह इन अग्निवीरों को कौन सा पद देगा, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘कॉरपोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के लिए रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। नेतृत्व, टीम वर्क और शारीरिक प्रशिक्षण के साथ ये अग्निवीर उद्योग को बाजार के लिए तैयार पेशेवर समाधान देते हैं। ये समाधान परिचालन से लेकर प्रशासन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तक विस्तृत हैं।’’
जयंत चौधरी ने उठाये एलान पर सवाल
कॉरपोरेट संस्थाओं की इन घोषणाओं पर राष्ट्रीय लोकदल के नेता और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है। बिना किसी का नाम लिखे जयंत चौधरी ने कहा कि कॉरपोरेट संस्थाएं ‘दबाव’ में यह फैसला ले रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि कॉरपोरेट संस्थानों को बताना चाहिए कि उन्होंने कितने पूर्व सैनिकों को अपने यहां नौकरी दी है।
राज्यसभा सांसद ने ट्वीट किया- “जो कॉरपोरेट्स दबाव में घोषणा कर रहे हैं कि वह अग्निवीरों को नौकरी देंगे, वह पहले यह खुलासा करें कि अभी आपके कितने सैनिकों को नौकरी दी है? अग्निवीरों को नौकरी देने से पहले मुझे लगता है कि आपको सशस्त्र बलों के सीनियर्स को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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