लखनऊ : खुद के बनाए जाल में फंस गए जालसाज…

लखनऊ : खुद के बनाए जाल में फंस गए जालसाज…

अमृत विचार, लखनऊ। वैश्विक महामारी के बाद बेरोजगार हो चुके लोगों को रोजगार देने का झांसा देकर ठगी करने वाले जालसाज आखिरकार खुद अपने बिछाए जाल में फंस गए। जिसके बाद पुलिस ने जालसाजों से पूछताछ करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है। ठगी के खेल में पुलिस ने एक महिला को भी गिरफ्तार …

अमृत विचार, लखनऊ। वैश्विक महामारी के बाद बेरोजगार हो चुके लोगों को रोजगार देने का झांसा देकर ठगी करने वाले जालसाज आखिरकार खुद अपने बिछाए जाल में फंस गए। जिसके बाद पुलिस ने जालसाजों से पूछताछ करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है। ठगी के खेल में पुलिस ने एक महिला को भी गिरफ्तार किया है। महिला ने क्लर्क के पद नियुक्ति दिलाने का नाम पर पांच लाख रुपये हड़पे थे।

एसीपी महानगर जया शांडिल्य ने बताया कि रविवार को पुलिस ने सीआईडी कॉलोनी के ट्यूलिप अपार्टमेंट निवासिनी नीरू नारंग को गिरफ्तार किया है। चार दिसम्बर 2021 को पीजीआई थानाक्षेत्र की तेलीबाग निवासिनी उमा भारती ने जालसाज महिला के खिलाफ महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

आरोप है कि नीरू नारंग ने पीड़ित के भाई की नियुक्ति सीआरपीएफ के लिपिक पद पर लगवाने की बात कही थी। इसके एवज में उसने पांच लाख रुपये लिए थे। रुपये देने के बाद भी नौकरी नहीं लगी। पूछताछ करने पर नीरू पीड़िता को गालियां देने लगी। जिसके बाद नीरू ने अपना मकान भी बदल लिया था। बताते चलें कि सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने नीरू को ट्रैक लिया। इसके बाद उसे पकड़ा गया।

रुपया हड़पने के बाद बदलते थे ठिकाना

कृष्णानगर कोतवाली प्रभारी आलोक राय ने बताया कि पुलिस ने आशियाना थानाक्षेत्र निवासी मोहम्मद तस्लीम और अंकुर यादव को गिरफ्तार किया है। बीते 18 जून को बाराबंकी जनपद निवासी संजय सिंह ने जालसाजों के खिलाफ कृष्णानगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।

थाना प्रभारी के मुताबिक, जालसाजों ने आयुर्वेद ग्लोबल होल्डिंग के नाम पर कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन के पास कार्यालय खोला था। वह सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से रोजगार देने का प्रलोभन देते थे। जब कोई रोजगार पाने की के लिए उन्हें कॉल करता था तो उसे इंटरव्यू देने के लिए दफ्तर बुलाते थे।

जहां सिक्योरिटी मनी के तौर पर छह हजार से 10 हजार के बीच रुपये लेकर ज्वाईनिंग लेटर दिया था। जालसाजों ने संजय व उसकी पत्नी से भी छह हजार रुपये लिए थे। इसके बाद मेडिकल रिपोर्ट देने के लिए अगले दिन बुलाते थे। इसी कड़ी में संजय भी मेडिकल रिपोर्ट लेने के लिए उसके कार्यालय पर पहुंचा जहां ताला लटका मिला था। रविवार को पुलिस ने जालसाजों के ठिकाने पर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया था।

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