अयोध्या: सदर तहसील में 60 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ा किसान, तहसील कर्मियों व पुलिस के छूटे पसीने, घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा

अयोध्या। जिले के बीकापुर तहसील के रहने वाले एक किसान ने सदर तहसील में शुक्रवार को घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा किया। सदर तहसील परिसर में स्थित साठ फीट ऊंचे टॉवर पर चढ़ किसान ने तहसील कर्मियों व पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। करीब दो घंटे तक चले किसान के हाईवोल्टेज ड्रामे के दौरान लोगों की …
अयोध्या। जिले के बीकापुर तहसील के रहने वाले एक किसान ने सदर तहसील में शुक्रवार को घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा किया। सदर तहसील परिसर में स्थित साठ फीट ऊंचे टॉवर पर चढ़ किसान ने तहसील कर्मियों व पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। करीब दो घंटे तक चले किसान के हाईवोल्टेज ड्रामे के दौरान लोगों की भीड़ जुट गई। काफी अनुनय-विनय के बाद जब उसे उतार कर पुलिस कस्टडी में लिया गया तो छूटते ही परिवार संग बाहर सड़क पर लेट गया। बाद में किसी तरह समझा बुझा कर किसान और उसके साथ आए लोगों को शांत किया गया।
हुआ यूं कि बीकापुर तहसील के रहने वाले किसान गया सिंह जो भाकियू के नेता भी बताए गए हैं दोपहर सदर तहसील पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पहले तो वे तहसील में इधर-उधर टहलते रहे फिर पीछे की ओर स्थित एक कक्ष की छत पर से होकर बगल में लगे टावर पर चढ़ गए। टावर पर चढ़ते ही जोर – जोर से चिल्लाने लगे। तब लोगों और तहसील कर्मियों व पुलिस का ध्यान उधर गया।
जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक किसान गया सिंह बीकापुर एसडीएम को बुलाने की मांग करने लगे, उन्होंने इलाकाई पुलिस पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए धमकी दी जब तक एसडीएम बीकापुर नहीं आ जाते नीचे नहीं उतरेंगे। बुजुर्ग किसान के तेवर देख तहसील कर्मियों व पुलिस की सिट्टीपिट्टी गुम हो गई। बाद में वहां पहुंचे तहसील अफसरों ने उन्हें आश्वासन दिया तब किसी तरह गया सिंह नीचे उतरे। इस दौरान वह बार-बार चिल्ला कर अपनी मांगें बताता रहा। बताया जाता है कि जैसे ही वह नीचे उतरा तो पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया।
बोला- सबसे बड़ा मुद्दा छुट्टा जानवरों का
पीड़ित किसान ने बताया कि वह तारुन क्षेत्र का रहने वाला है। उसका सबसे बड़ा मुद्दा छुट्टा जानवरों से नष्ट हो रही फसलों का है। किसान का कहना है कि फसली बीमा होने के बाद भी किसानों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। उसने कहा कि पूरे प्रदेश के किसान परेशान हैं उन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए। किसान गया सिंह ने 92 में क्षेत्र सूखाग्रस्त घोषित होने के बाद भी पुलिस द्वारा तंग किए जाने समेत कई मामलें गिनाए। उसने आरोप लगाया है कि किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में पैसा वसूला जाता है, जो किसान नहीं दे पाता उसका कार्ड नहीं बनता है।
उन्होंने बीकापुर तहसील प्रशासन और हैदरगंज पुलिस पर विभिन्न मामलों में उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। तहसील प्रशासन उनके और किसानों के किसी मामले की सुनवाई नहीं करता है। एक मामले में उसका नाम परिवर्तन कर दिया गया। इसके लिए कई वर्षों से गुहार लगाता रहा। किसान ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही उसकी मांगों का निस्तारण नहीं हुआ तो वह दुबारा इसी तरह अपने आक्रोश का प्रदर्शन करेगा।
टॉवर से उतरा तो सड़क पर लेट गया
किसान गया सिंह टावर से उतरने के बाद कुछ देर पुलिस कस्टडी में रहा। वहां लोगों के दबाव के बाद उसे मुक्त किया गया तो बाहर आकर संग आई महिलाओं व बच्चों को लेकर तहसील के बाहर सड़क पर लेट गया। इसकी खबर मिलते ही फिर अफसर और पुलिस वहां पहुंचे और समझाया बुझाया। बताया जाता है कि किसान बीकापुर क्षेत्र के कोरो राघोपुर का रहने वाला है। वह पूर्व में बीकापुर तहसील में पेड़ पर चढ़कर भी अपनी मांगें मनवा चुका है।
तहसील परिसर में टावर पर चढ़े किसान का मामला बीकापुर तहसील से संबंधित है। आश्वासन दिया गया है कि वहां अबकी समस्या सुनी जायेगी। आश्वासन के बाद वह साथ आए लोगों के साथ लौट गया…राजकुमार पांडेय – तहसीलदार सदर।
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