कानपुर: कोरोना की चौथी लहर ने दस्तक दी, IIT ने कहा नेचुरल इम्युनिटी भारत में घुसने नहीं देगी

कानपुर: कोरोना की चौथी लहर ने दस्तक दी, IIT ने कहा नेचुरल इम्युनिटी भारत में घुसने नहीं देगी

कानपुर। भले ही देश में कोरोना के मामले बेहद कम होते जा रहे हैं पर हाल ही में कोरोना के नए वैरिएंट ने एक बार फिर चौथी लहर की संभावना के संकेत दिए हैं। इस नए वैरिएंट का नाम एक्स ई (XE) है। ब्रिटेन में पाए जाने वाले इस वैरिएंट को ओमिक्रॉन सब वैरिएंट का …

कानपुर। भले ही देश में कोरोना के मामले बेहद कम होते जा रहे हैं पर हाल ही में कोरोना के नए वैरिएंट ने एक बार फिर चौथी लहर की संभावना के संकेत दिए हैं। इस नए वैरिएंट का नाम एक्स ई (XE) है। ब्रिटेन में पाए जाने वाले इस वैरिएंट को ओमिक्रॉन सब वैरिएंट का हाईब्रिड स्ट्रेन बताया जा रहा है।

हालांकि कोरोना पर गणितीय सूत्र के आधार पर कोरोना महामारी का आंकलन करके केंद्र सरकार को समय-समय पर रिपोर्ट देने वाले आईआईटी (कानपुर) के कंप्युटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रो.माणिंद्र अग्रवाल का कहना है कि चौथी लहर की संभावना बहुत क्षीण है। इसका कारण देश में नेचुरल इम्युनिटी 90 प्रतिशत से ज्यादा है। और यह टीकाकरण और एहतियात बरतने के कारण संभव हो सका।

प्रो. अग्रवाल ने अमृत विचार से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने कई देशों की स्टडी की है जिसमें पाया गया है कि जहां पर नेचुरल इम्युनिटी अधिक है वहां इस वायरस का असर बहुत कम होता है। ऐसे में यदि चौथी लहर आ भी गयी तो बहुत कम प्रभावी होगी। उनका कहना है कि भारत में बहुत अधिक नेचुरल इम्युनिटी है इसलिए चौथी लहर आई भी तो हानिकारक नहीं होगी। हां, जहां पर ज्यादा आउटब्रेक है वहां थोड़ा बहुत एहतियात बरतना होगा।

नया वैरिएंट XE बीए.1 व बीए.2 ओमिक्रॉन सब वैरिएंट के म्युटेशन से बना है। इसके बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के हवाले से कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन के मुकाबले इसके फैलने की रफ्तार 43 फीसदी ज्यादा है। बीए.2 के मुकाबले दस गुना ज्यादा खतरनाक है।

यह भी बताया जाता है कि ओमिक्रॉन के XE वैरिएंट का पहला केस 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला था। तब से अब तक इस वैरिएंट के 600 से ज्यादा मामला मिल चुके हैं। इसके अलावा ये वैरिएंट फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में भी पाया गया है। उधर भारत में कोरोना की स्थिति काफी कुछ काबू में है। बीते 24 घंटे में 1335 नये मामले पाए गए।

यह भी पढ़ें-इमरान खान के पास बचे तीन विकल्प, ‘इस्तीफा, अविश्वास प्रस्ताव और चुनाव’