प्रयागराज की धर्म संसद में बापू का अपमान! स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने दिया यह विवादित बयान

प्रयागराज। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74 वीं पुण्यतिथि के दिन भी बापू पर एक विवादित टिप्पणी सामने आई है। दरसअल यूपी के प्रयागराज में चल रही धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिया गया है। यह बयान काशी सुमेरु पीठ पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने दिया है। स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने बापू …
प्रयागराज। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74 वीं पुण्यतिथि के दिन भी बापू पर एक विवादित टिप्पणी सामने आई है। दरसअल यूपी के प्रयागराज में चल रही धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिया गया है। यह बयान काशी सुमेरु पीठ पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने दिया है। स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने बापू को लेकर कहा कि जब देश की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले तमाम लोग शहीद हो गए तो आखिर महात्मा गांधी को कभी कोई चोट क्यों नहीं आई। उनकी एक उंगली तक क्यों नहीं कटी।
स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के मुताबिक महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए कभी कोई काम नहीं किया, बल्कि वह तो अंग्रेजों की मदद का काम करते थे। उनके मुताबिक देश को आजादी महात्मा गांधी की वजह से नहीं बल्कि क्रांतिकारियों की वजह से मिली थी। सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों की वजह से ही अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा था।”
हिंदू खुद लिखना और बोलना शुरू करें हिंदू राष्ट्र
धर्म संसद संचालन समिति द्वारा शनिवार को माघ मेला क्षेत्र के महावीर मार्ग स्थित ब्रह्मर्षि आश्रम शिविर में संत सम्मेलन में धर्मगुरुओं का जमघट हुआ। मुख्य अतिथि सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि सरकार भारत को भले हिंदू राष्ट्र घोषित न करे, लेकिन समस्त हिंदू अपने देश भारत को हिंदू राष्ट्र लिखना व बोलना शुरू कर दें, तब सरकार विवश होगी।
यह भी पढ़ें:-मन की बात: पीएम मोदी बोले- भ्रष्टाचार एक ऐसी चीज है जो किसी भी देश को खोखला कर सकता है