सीतापुर: सौ गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग जर्जर, लोग परेशान

सीतापुर। कस्बा औरंगाबाद की मुख्य सड़क पिछले एक वर्ष से जर्जर हालत में है। इससे जहां आवागमन के दौरान लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सबसे ज्यादा समस्या नैमिषारण्य में आने जाने वाले श्रद्धालु को झेलनी पड़ रही है। यही नहीं आये दिन सैकड़ो राहगीर जर्जर सड़क का शिकार होकर …
सीतापुर। कस्बा औरंगाबाद की मुख्य सड़क पिछले एक वर्ष से जर्जर हालत में है। इससे जहां आवागमन के दौरान लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सबसे ज्यादा समस्या नैमिषारण्य में आने जाने वाले श्रद्धालु को झेलनी पड़ रही है। यही नहीं आये दिन सैकड़ो राहगीर जर्जर सड़क का शिकार होकर चोटिल हो रहे है। सड़क निर्माण के लिए ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की है। लेकिन लोगों की समस्या जस की तस है। औरंगाबाद निवासी शिक्षक शिव गोविंद मिश्रा ने बताया कि एक वर्ष से सड़क जर्जर हालत में है।
यहीं कारण है जिससे ग्रामीणों को ही नहीं बल्कि गांव में आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नैमिषारण्य आने वाले श्रद्धालु भी परेशान हैं। जिन्हें पहला आश्रम के साथ कैलासन मंदिर जाना होता हैं। जर्जर सड़क होने के कारण श्रद्धालु नैमिषारण्य से ही दर्शन करके लौट जाते हैं। यह सड़क नैमिषारण्य मार्ग से बीबीपुर परसपुर अरबगंज, औरंगाबाद, मीरापुर, नहवाइया, सिद्दीकपुर, देहलरा, सरैंया, पहला आश्रम तक जाती है। यह रास्ता करीब 100 से अधिक गांव का मुख्य मार्ग हैं। जो सीधे नैमिषारण्य को जोड़ता है। हरदोई-सीतापुर जाने वाले भी इसी रास्ते से गुजरते हैं।
जबकि औरंगाबाद से दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, हरदोई, सीतापुर, मछरेहटा, खैराबाद की बसें संचालित है। लेकिन रास्ता खराब होने के कारण सिर्फ दिल्ली की ही बस चल रही हैं। बाकी बसे बन्द है, या कागजों पर चल रही है। ग्रामीण दिनेश शर्मा, गुंजन अवस्थी, आकाश अवस्थी, मानवेष बोस, बब्लू गुप्ता, राजू मौर्य, चांद बाबू, शानू अंसारी, जीशान बेग, फर्रुख चौधरी, नबील अहमद आदि ने सड़क ठीक करवाने की मांग की है। सांसद अशोक रावत ने कहा कि औरंगाबाद से नैमिषारण्य जाने वाले मुख्य मार्ग का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा जल्द कराया जाएगा। नैमिषारण्य क्षेत्र का विकास हमारी पहली प्राथमिकता है।
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