शाहजहांपुर: विप्र बंधुओं ने शास्त्र के साथ किया शस्त्रों का पूजन, भव्य आयोजन में जुटे सैकड़ों लोग
शाहजहांपुर, अमृत विचार। विजयदशमी पर बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर शस्त्र और शास्त्र पूजन किया गया। लोगों ने परंपरा का निर्वहन करते वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शस्त्र पूजन कर मिठाई बांटी। इस दौरान भोज का भी आयोजन किया गया। बिसरात मार्ग स्थित परशुरामधाम में उत्तर प्रदेश ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में बुराई पर अच्छाई का …
शाहजहांपुर, अमृत विचार। विजयदशमी पर बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर शस्त्र और शास्त्र पूजन किया गया। लोगों ने परंपरा का निर्वहन करते वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शस्त्र पूजन कर मिठाई बांटी। इस दौरान भोज का भी आयोजन किया गया। बिसरात मार्ग स्थित परशुरामधाम में उत्तर प्रदेश ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में बुराई पर अच्छाई का प्रतीक पर्व विजयदशमी (दशहरा) हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर शास्त्र एवं शस्त्र पूजन का भव्य आयोजन हुआ। दशहरा पर जनपद के कोने-कोने से आए सैकड़ों विप्रजनों ने शास्त्र एवं शस्त्र पूजन में सहभागिता की और बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया।
ब्राह्मण समाज के संस्थापक पंडित राजाराम मिश्रा एवं प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विजय पाठक के मार्गदर्शन में आयोजित विजयदशमी उत्सव में प्रदेश महामंत्री हरिशरण बाजपेई, अवधेश दीक्षित, सुमित चतुर्वेदी आदि ने समाज के लोगों का स्वागत किया। सभी का स्वागत-सत्कार चंदन का त्रिपुंड तिलक लगाकर किया गया।
कार्यक्रम में शहर के साथ ही पुवायां, बंडा, खुटार, निगोही, तिलहर, कटरा, जलालाबाद, कलान, अल्हागंज, कांट आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में विप्रबंधु शस्त्रों के साथ उपस्थित हुए। सभी ने शास्त्र एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम में सहभागिता की। इस अवसर पर संस्थापक पंडित राजाराम मिश्र ने कहा कि यह ब्राह्मणों की परंपरा रही है कि जब वेदों की रचना की बात आई, तो वेदव्यास जी ने वेदों का विभाजन कर उनकी रचना की। ब्राह्मण हमेशा से शास्त्रों के प्रणेता रहे हैं। गुरु द्रोण, भीष्म पितामह सहित भगवान परशुराम एवं अन्य ब्राह्मणों ने शास्त्रों के साथ शस्त्रों को भी धारण किया।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विजय पाठक ने कहा कि शास्त्रों की रक्षा के लिए शस्त्रों का ज्ञान होना अति आवश्यक है। हमेशा से ही ब्राह्मणों ने शस्त्र और शास्त्र दोनों का पूजन किया है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दशहरा ब्राह्मण समाज द्वारा भव्य आयोजन किया गया है। हरिशरण बाजपेई के संचालन में चले कार्यक्रम में आलोक मिश्रा, निर्विकल्प द्विवेदी, नितेश मिश्रा, श्रीदत्त शुक्ला, विनय शर्मा, दीपक शर्मा, अनिल बाजपेई बाण, राजकमल बाजपेई, बिरजू मिश्रा, पुष्पेंद्र मिश्रा, निशांत मिश्रा, अजीत मिश्रा, सचिन मिश्रा, अवनीश मिश्रा, सतीश पांडेय समेत सैकड़ों गणमान्य मौजूद रहे।