मथुरा: जिंदा वृद्ध भटक रहे और मृतकों को मिल गई पेंशन

मथुरा, अमृत विचार। प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लाख प्रयास कर रही हो, लेकिन सरकारी मशीनरी के अंदर घुस चुकी भ्रष्टाचार की बीमारी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला समाज कल्याण विभाग का प्रकाश में आया है। यहां समाज कल्याण विभाग ने 2074 मृतकों के खाते में …
मथुरा, अमृत विचार। प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लाख प्रयास कर रही हो, लेकिन सरकारी मशीनरी के अंदर घुस चुकी भ्रष्टाचार की बीमारी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला समाज कल्याण विभाग का प्रकाश में आया है। यहां समाज कल्याण विभाग ने 2074 मृतकों के खाते में वृद्धावस्था पेंशन भेज दी। किसी मृतक के पहचान वाले ने इसकी शिकायत समाज कल्याण विभाग से की तो विभागीय अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सभी का सत्यापन कराया गया तो 2074 ऐसे वृद्ध निकलें जिनकी मौत हो चुकी है और उनके खाते में विभाग ने एक हजार रुपये के हिसाब से तीन माह की पेंशन भेज दी है। अब विभाग मृतकों के खाते से पेंशन की धनराशि को वापस करने की जुगत में जुट गया है।
मथुरा में समाज कल्याण विभाग द्वारा 70 हजार वृद्धों को एक हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से वृद्धावस्था पेंशन दी जाती है। इसके लिए प्रतिवर्ष खंड विकास अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी सत्यापन करते हैं। सत्यापन की रिपोर्ट समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय को सौंपी जाती है। इसके बाद सत्यापन वृद्धों के खाते में पेंशन की धनराशि डाल दी जाती है। सत्यापन में पता चला कि गोवर्धन में 367, मांट में 257, राया 311, छाता 158, चौमुहां 160, नंदगांव 118, बल्देव 188, मथुरा 277 तथा फरह ब्लाक में 238 मृतकों के खाते में वृद्धावस्था पेंशन भेज दी गई है।
समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह ने बताया कि सत्यापन के बाद मृतकों की पेंशन रोक दी गई है। इनके खाते में गई पेंशन की धनराशि को वापस लिया जाएगा। यदि किसी ने पेंशन की धनराशि निकाल ली है जो उसको भी वापस लिया जाएगा। पेंशन धारकों की उम्र 60 वर्ष से अधिक होती है। तो उनकी मृत्यु होना लाजमी है। सत्यापन में ही इसकी जानकारी होती है। वर्तमान में 60 प्रतिशत सत्यापन हो गया है। जो मृत हैं उनके खातों में पेंशन रोक दी जाएगी।
जिन खातों में पेंशन चली गई है उनके खातों से पेंशन की धनराशि वापस ली जाएगी। हर साल सत्यापन के बाद ही पेंशन खाते में भेजी जाती है। सत्यापन और आधारीकरण का प्रमाणीकरण का चल रहा है। 28 हजार लोगों के खाते में पेंशन भेजी जा चुकी है। आठ हजार के करीब नए आवेदन आए हैं। मृतकों के नाम हटाकर नए आवेदकों के नाम पेंशन के लिए शासन को भेजे जाएंगे। जिनका सत्यापन होता जा रहा है उनकी लिस्ट निदेशालय भेजी जा रही है।
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