लखनऊः फाइलों में खो गयी यूनिक नंबर आईडी योजना, 2018 में तत्कालीन एसएसपी लखनऊ ने लागू की थी स्कीम

लखनऊः फाइलों में खो गयी यूनिक नंबर आईडी योजना, 2018 में तत्कालीन एसएसपी लखनऊ ने लागू की थी स्कीम

लखनऊ, अमृत विचार: राजधानी में ऑटो-टेंपो में सुरक्षित सफर का एहसास दिलाने के लिए तत्कालीन एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने एक ऐसा अभियान चलाया था, जिसे काफी सराहा गया था। शहर चलने वाले ऑटो-टेंपो के लिए न केवल चार अंक का यूनिक नंबर जारी किया था बल्कि ड्राइवरों का थाना स्तर पर वैरीफिकेशन भी कराया था उसके बाद से ऑटो-टेंपो में वारदातें बंद हुई। लेकिन एसएसपी के जाते ही योजना फाइलों में खो गयी और यूनिक नंबर ऑटो-टेंपो से साफ हो गए।

शहर में अलग-अलग रूट पर चलने वाले सभी ऑटो-टेंपो को थाना स्तर पर चार अंक का एक यूनिक आईडी नंबर दिया गया था। जिसे गाड़ियों के आगे-पीछे और साइड में नीले-लाल रंग के पेंट से पुलिस ने लिखवाया था। इसके अलावा ड्राइवर को वर्दी के साथ उनका थाना स्तर पर सत्यापन भी कराया गया था, ताकि पता चल सके कि किसी चालक का को कोई आपराधिक इतिहास तो नहीं है।

आशय था कि अगर कोई नंबर प्लेट हटाएगा तो यूनिक आईडी नंबर से ऑटो-टेंपो की पहचान हो जाएगी। उसके बाद उस वाहन का रूट और ऑटो चालक की पूरी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। करीब दो साल तक सभी ऑटो टेंपो में चार डिजिट का यूनिक आईडी नंबर लिखवाया भी गया था। 2021 तक यह व्यवस्था पूरी तरह से गायब हो गई।

टूटी नींद, सुरक्षित सफर अभियान शुरु

आलमबाग बस अड्डे पर मंगलवार देर रात अयोध्या की महिला से मलिहाबाद में दुष्कर्म और लूट के बाद हत्या की जघन्य वारदात के बाद लखनऊ पुलिस की नींद टूटी है। फाइलों में गुम हो चुकी यूनिक आईडी योजना को फिर से लागू करने की पहल शुरु हुई है। यह पहल मोहनलालगंज पुलिस ने की है। शनिवार को डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल के निर्देश पर मोहनलालगंज पुलिस ने सुरक्षित सफर अभियान शुरू किया। मोहनलालगंज क्षेत्र में चलने वाले ऑटो व ई-रिक्शा के ऊपर बड़े आकार की नंबरिंग की है। साथ ही एक रजिस्टर भी तैयार किया गया। जिसमें गाड़ी का नंबर, चालक का नाम, पता, रजिस्ट्रेशन नंबर, चालक की फोटो और आधार कार्ड की जानकारी भरी गयी है। इसके अलावा सभी ऑटो व ई रिक्शा ड्राइवर का वैरीफिकेशन भी कराया जा रहा है।

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