हल्द्वानी: बालक को टीटी की जगह रूबेला का इंजेक्शन लगा रहीं थी एएनएम, वो भी Expiry Date का…वीडियो हुआ वायरल

हल्द्वानी, अमृत विचार। एक बार फिर नैनीताल जिले के स्वास्थ्य विभाग में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। विभाग की एएनएम एक दस साल के बालक को टीटी की जगह रूबेला का इंजेक्शन लगा रही थी। इससे भी हैरानी की बात यह है कि वह इंजेक्शन भी एक्सपायरी डेट का था। एएनएम यह घोर …
हल्द्वानी, अमृत विचार। एक बार फिर नैनीताल जिले के स्वास्थ्य विभाग में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। विभाग की एएनएम एक दस साल के बालक को टीटी की जगह रूबेला का इंजेक्शन लगा रही थी।
इससे भी हैरानी की बात यह है कि वह इंजेक्शन भी एक्सपायरी डेट का था। एएनएम यह घोर अनदेखी करती जा रही थीं और उस बालक के पिता ने इस लापरवाही का वीडियो बना लिया। बाद में इस मामले को लेकर दोनों के बीच काफी देर बहस भी चली।
लेकिन एएनएम ने इसे सिरे से नकार दिया। बाद में पिता अपने बेटे को लेकर निजी अस्पताल पहुंचा, जहां उसने वह टीका उसे लगवाया।
स्वास्थ्य विभाग का यह मामला कालाढूंगी के बैलपड़ाव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। बुधवार को वहीं के रहने वाले देशराज कंबोज अपने 10 साल के बेटे मनन को रूटीन टीका लगाने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि दस वर्ष पूर्ण होने पर टीटी का टीका लगता है। इसके लिए टीटी-1 वैक्सीन प्रयोग में लाई जाती है। इसकी उन्हें जानकारी थी। लेकिन जब एएनएम को रूबेला की वैक्सीन को सीरिंज में भरता देखा तो भौचक्का रह गया। उस वक्त एएनएम अपने साथी स्टाफ से बातों में मशगूल थीं और वह अपनी इस लापरवाही पर भी ध्यान नहीं दे पा रही थीं।
उसी वक्त उनकी लापरवाही को मोबाइल के कैमरे में भी कैद करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही एक और बड़ी लापरवाही ने तो सन्न ही कर दिया। जो वैक्सीन सीरिंज में भरी जा रही थी, वह एक्सपायर हो चुकी थी। उसकी निर्माण की तिथि दिसंबर 2019 और एक्सपायरी तिथि मई 2022 थी।
जब यह बात एएनएम को बताई गई तो उन्होंने गलती स्वीकारने से साफ मना कर दिया और वीडियो को ही गलत बता दिया। एएनएम का न ही वैक्सीन की तिथि की जानकारी थी और न ही बच्चे को कौन सा टीका लगना चाहिए, यह उन्हें पता था। उसने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियो से भी इस शिकायत को लेकर संपर्क किया है।
यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। शिकायत आने पर इस मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जा सकती है।
-डॉ. भागीरथी जोशी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
देखें वीडियो…