कई उपायों के बाद भी नहीं मिल रहा हो कफ से आराम तो पिएं इस पत्ते की चाय, शरीर के दर्द होंगे दूर

कई उपायों के बाद भी नहीं मिल रहा हो कफ से आराम तो पिएं इस पत्ते की चाय, शरीर के दर्द होंगे दूर

सर्दियों में जुकाम-खांसी हो जाता है तो कई दिनों ठीक नहीं होता है। इसके बाद जकड़न और कफ के कारण कई परेशानियां होने लगती है। इस  समस्या से निजात पाना चाहते हो तो यूकेलिप्टस यानी नीलगिरी के पत्तों का उपयोग रामबाण साबित हो सकता है। इसके अलावा नीलगिरी के पत्ते जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द …

सर्दियों में जुकाम-खांसी हो जाता है तो कई दिनों ठीक नहीं होता है। इसके बाद जकड़न और कफ के कारण कई परेशानियां होने लगती है। इस  समस्या से निजात पाना चाहते हो तो यूकेलिप्टस यानी नीलगिरी के पत्तों का उपयोग रामबाण साबित हो सकता है। इसके अलावा नीलगिरी के पत्ते जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द की समस्याओं के लिए भी उपयोगी है।

कफ के लिए गरारा
कफ या फिर गले में अगर भारीपन महसूस हो रहा हो तो पर आप नीलगिरी से गरारा कर सकते है। गरारा करने से जुकाम और नाक बंद की समस्या भी दूर हो जाती है। इसका गरारा करने के लिए आपको गरम पानी में नीलगिरी की कुछ पत्तियां डालनी होंगी और फिर इस पानी से गरारा करने से काफी राहत मिलेगी।

सांस की समस्या को दूर करता है नीलगिरी
सर्दी और जुकाम जैसी समस्याओं का सामना हम अक्सर करते ही रहते हैं, ऐसे में इन समस्याओं को दूर करने के लिए नीलगिरी काफी फायदेमंद माना जाता है। गले में खराश, साइनसाइटिस और ब्रोंकाइटिस आदि अगर है को नीलगिरी की जाती पत्तियां राहत दिलाने का काम करती हैं.ये सर्दी की समस्या में यह एक काफी प्रसिद्ध घरेलू उपाय है.अगर काफी वक्त से कफ जमा है तो यह कफ को जड़ से खत्म करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके अलावा खांसी के लिए भी ये उपयोगी माना जाता है।

यूकेलिप्टस की चाय
नीलगिरी यानी कि यूकेलिप्टस के पत्तों का सेवन हर्बल टी के रूप में अक्सर किया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि अगर आप नियम से नीलगिरी की चाय पीते हैं, तो इससे सांस और संक्रमण की समस्या को आप आसानी से खुद से दूर कर सकते हैं. नीलगिरी के पत्तों की चाय को तैयार करने के लिए सबसे पहले नीलगिरी के पत्तों को अच्छी तरह से साफ करें और फिर पानी में इन पत्तियों को अच्छी तरह से उबालें. जब पानी आधा रह जाए तो छानकर गुनगुना होने पर पिएं।

बैक्टीरिया से मिलेगी मुक्ती
दांतों को स्वस्थ रखने के लिए भी नीलगिरी काफी मदद कर सकता है।आप इसका उपयोग माउथवॉश के रूप में कर सकते हैं. दरअसल नीलगिरी दांतों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में काफी सक्रिय होता है। इसके अलावा फंगल संक्रमण और घाव को दूर करने में भी यह आपकी मदद कर सकता है. साथ ही ये मांसपेशियों और हड्डियों के दर्द को दूर करने का भी काम करता है।

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