सर्वाइकल कैंसर से हर साल 60 हजार महिलाओं की चली जाती है जान, टीकाकरण से बचाया जा सकता है जीवन

सर्वाइकल कैंसर से हर साल 60 हजार महिलाओं की चली जाती है जान, टीकाकरण से बचाया जा सकता है जीवन

लखनऊ। डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आज सर्वाइकल कैंसर व एचपीवी टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उपस्थित रहीं। इस अवसर पर डॉ.राम मनोहर लोहिया आयर्विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो.सोनिया नित्यानंद ने कहा कि बेटियों भविष्य की जननी है, ऐसे में उन्हें सामाजिक …

लखनऊ। डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आज सर्वाइकल कैंसर व एचपीवी टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उपस्थित रहीं। इस अवसर पर डॉ.राम मनोहर लोहिया आयर्विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो.सोनिया नित्यानंद ने कहा कि बेटियों भविष्य की जननी है, ऐसे में उन्हें सामाजिक कुरीतियों के साथ-साथ सवाईकल कैंसर जैसी प्राणघातक बीमारी से भी बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में स्तन कैंसर के बाद दूसरी सबसे प्राण घातक बीमारी है। जिससे कई महिलाओं की मौत हो जाती है। इस बीमारी का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस होता है,लेकिन इस वायरस से बचा जा सकता है,यदि समय रहते टीकाकरण करा लिया जाये। वायरस के खिलाफ वैक्सीन प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करती है। किशोरावस्था में लगाया गया,यह टीका आगे चलकर सर्वाइक कैंसर से बचा सकता है।

इस अवसर पर लोहिया संस्थान की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रो. नीतू सिंह ने बताया कि साल 2020 में पूरे विश्व में 12 लाख से अधिक महिलायें सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित हुयी थी, जिसमें करीब 77 हजार से अधिक महिलाओं की मौत हो गयी थी। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाएं अन्य देशों के मुकाबले इस बीमारी को लेकर अधिक जोखिम में हैं।

करीब 80 फीसदी महिलाएं सर्वाइकल कैंसर रोग से पीड़ित होन पर जब तक चिकित्सक के पास इलाज के लिए पहुंचती हैं,तब तक बहुत देर हो जाती है। भारत में हर साल करीब एक लाख से अधिक महिलाएं इस रोग की चपेट में आ जाती है,जिनमें से करीब 60 हजार की आकास्मिक मौत हो जाती है।

कार्यक्रम के दौरान क्रिटिकल केयर पर डा.दीपक मालवीय की पुस्तक का विमोचन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। इसके अलावा करीब 225 बच्चियों का एचपीवी टीकाकरण भी संस्थान प्रशासन की तरफ से किया गया।

क्या होता सर्वाइकल कैंसर

गर्भाशय ग्रीवा यानी की सर्वाइकल कैंसर तब होता है जब कोशिकाएं गर्भाशय ग्रीवा के प्रवेश द्वारा पर असामान्य रूप से विकसित होती हैं।

  • – यौन गतिविध के दौरान असामान्य रक्तस्राव
  • – मासिक धर्म के बीच असामान्य रक्तस्राव
  • – दुर्गंध के साथ द्रव का रिसाव होना।

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