बरेली: रोए-गिड़गिड़ाए, हाथ जोड़े… नहीं पसीजा दिल, मकानों पर चलता रहा बीडीए का बुलडोजर, देखिए तस्वीरें

बरेली: रोए-गिड़गिड़ाए, हाथ जोड़े… नहीं पसीजा दिल, मकानों पर चलता रहा बीडीए का बुलडोजर, देखिए तस्वीरें

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने बिचपुरी इलाके में बने अवैध मकानों को तोड़ना शुरू किया। मकान तोड़ने को जैसे ही जेसीबी बिचपुरी में पहुंची तो वहां के लोगों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। जमकर बीडीए की टीम का विरोध किया। कोई जेसीबी के आगे …

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने बिचपुरी इलाके में बने अवैध मकानों को तोड़ना शुरू किया। मकान तोड़ने को जैसे ही जेसीबी बिचपुरी में पहुंची तो वहां के लोगों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। जमकर बीडीए की टीम का विरोध किया। कोई जेसीबी के आगे खड़ा हो गया तो कोई अपने बच्चों को लेकर छत पर चढ़ गया। मगर बीडीए की टीम ने किसी की भी नहीं सुनी और करीब 6 से 7 मकानों को जमींजोद कर दिया। बताया जा रहा है कि बीडीए की तरफ से बिचपुरी में करीब 600 मकानों को चिन्हित किया गया है। जिसमें से कुछ मकानों को तोड़ा जाना है बाकी के मकानों को रेग्यूलाइज किया जाएगा।

मकान को छोड़ने और समय देने की करते रहे मिन्नते
जेसीबी ने जब मकानों को तोड़ना शुरू किया तो लोग विरोध के बाद बीडीए से मकान को छोड़ने की गुहार लगाते रहे। मगर इसके बाद भी टीम ने सख्त रूख दिखाया तो लोग दो दिनों का समय देने की मिन्नते करने लगे। मकान के दरवाजे पर खड़े होकर महिलाएं और बच्चे हाथ जोड़कर गिड़गिडाते रहे उनका कहना था कि साहब बस दो दिनों का समय दे दो। जिसस वह अपना मकान खाली कर सके। मगर टीम ने उन्हें मोहलत नहीं दी।

बच्चों को लेकर छत पर चढ़ गई महिलाएं
लोगों को जब लगा कि बीडीए की टीम अब किसी की भी नहीं सुनेगी तो कई परिवारों की महिलाएं अपने बच्चों के लेकर मकानों की छत पर चढ़ गई। उधर, दूसरी ओर गांव के कई लोग चिन्हित मकानों में घुस गए। उनका कहना था कि अगर मकान गिराना है तो उन्हें भी उसी मकान में दफन करना होगा। बमुश्किल फोर्स ने उन्हें समझाया और आगे की कार्रवाई पूरी कराई। जिसके बाद टीम ने मकानों को तोड़ना शुरु किया।

एक बुजुर्ग दुकान में हुआ बंद
कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए जब बीडीए की टीम ने एक मकान को खाली कराने के लिए कहा तो परिवार का एक बुर्जुग मकान में बनी दुकान का शटर खोलकर उसमें बंद हो गया। उसका कहना है कि अगर मकान गिरा तो वह भी उसमें दबकर मर जाएगा। हालांकि टीम और पुलिस फोर्स के हड़काने और समझाने के बाद किसी तरह से मकान को खाली कराया गया। जिसके बाद मकान को ध्वस्त कर दिया गया।

बीडीए सचिव को देते रहे बद्दुआएं
जैसे-जैसे बीडीए की कार्रवाई आगे बढ़ रही थी। वैसे-वैसे लोग बीडीए वीसी और सचिव को गालियों के साथ बद्दुआएं दे रहे थे। एक बुर्जुग ने तो यहां तक कह दिया कि उन्होंने बीडीए सचिव को दूध पिलाया, खाना खिलाया। उन्होंने उसका का भी मान नहीं रखा। अपना मौका पड़ा तो उन्होंने हम लोगों को एक झटके में बेघर कर दिया। आरोप लगाया कि जब बीडीए सचिव उनके पास आए थे उन्होंने अपने बेटे की कसम खाकर यह कहा था कि वह किसी का भी मकान नहीं टूटने देंगे। जिसके बाद लोगों ने उन्हें बद्दुआएं देना शुरू कर दिया।

 

जेसीबी के आगे खड़ी हो गई युवतियां
विरोध यहां तक पहुंच गया कि जब जेसीबी एक और मकान को तोड़ने के लिए आगे बड़ी तो दो युवतियां जेसीबी के आगे खड़ी हो गई। बोली अगर अब दम है तो तोड़कर दिखाओ। उन्होनें कहा कि अगर दीवार गिरानी है तो उसमें उन्हें दबाना पड़ेगा। काफी समझाने के बाद भी युवतियां हटने को तैयार नहीं थी। बाद में महिला पुलिस फोर्स ने हड़कार उन्हें वहां से हटाया।

करीब 27 करोड़ रूपए की जमीन कराई है आज खाली
बीडीए वीसी जोगेंद्र सिंह का कहना है कि आज उन मकानों को तोड़ा गया है जो पहले से किसी दूसरे को अलॉट हुई जमीन पर बनाए गए है। उन्होंने आगे कहा कि इन मकानों को तुड़वाकर उन्होंने करीब 27 करोड़ रूपए की जमीन खाली कराई है। अब यह जमीन उन लोगों को सौंप दी जाएगी। जिन्होंने बीडीए से करीब 15-16 साल पहले खरीदी थी। बीडीए वीसी का कहना है कि यह सभी मकान अवैध रूप से बने हुए थे। इसलिए इन्हें तोड़ा गया। पहले भी इन सभी को नोटिस जारी किया गया मगर किसी पर कोई असर नहीं हुआ था।

गांव के कुछ मकानों को किया जाएगा रेग्यूलाइज
बीडीए वीसी ने बताया कि वैसे तो इस गांव में करीब 600 मकानों को चिन्हित किया गया है। मगर इसमें सभी को ढहाया नहीं जाएगा। इसमें कई मकान ऐसे है। जिन्हें रेग्यूलाइज किया जाएगा। ऐसे में बीडीए इन लोगों को दूसरी जगहों पर भी मकान या फ्लैट देने को तैयार है। इसके लिए कई प्लॉट पहले से ही छोड़े हुए है।

भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
लोगों के विरोध को देखते ही कार्रवाई शुरू करने से पहले ही बिचपुरी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। एक दो नहीं बल्कि कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद थी। किसी भी तरह का विरोध ना हो इसलिए पुलिस सक्रियता दिखा कर मोर्चा संभाल रही थी। मगर लोग मानने को तैयार नहीं थे। किसी तरह से विरोध के बीच बीडीए ने एक बड़ी कार्रवाई का अंजाम दिया।

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