हल्द्वानी: दिल्ली दरबार में जा सकते हैं देवभूमि के पुराने निजाम

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड में सियासी संकट खत्म होने के बाद जहां नए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बल्लेबाजी शुरू कर दी है। वहीं, देवभूमि के दिग्गजों को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व सीएम और सांसद तीरथ सिंह रावत और नैनीताल से सांसद अजय भट्ट के नाम चर्चाओं …
हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड में सियासी संकट खत्म होने के बाद जहां नए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बल्लेबाजी शुरू कर दी है। वहीं, देवभूमि के दिग्गजों को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व सीएम और सांसद तीरथ सिंह रावत और नैनीताल से सांसद अजय भट्ट के नाम चर्चाओं में हैं। कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी संगठन में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
उत्तराखंड में सियासी उठापटक के बाद मुख्यमंत्री पद संभालने वाले युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले दिन से ही अपनी कार्य कुशलता का परिचय देना शुरू कर दिया है। धामी ने अपनी काबिलियत से बड़ों के बीच संतुलन बनाया। वहीं, असमय सत्ता गंवाने के बावजूद तीरथ सिंह रावत ने जहां अनुशासन का परिचय दिया तो कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और सांसद अजय भट्ट ने संकट मोचक की भूमिका निभाई। धामी की ताजपोशी को लेकर उभरे असंतोष के स्वर पूरी तरह से ठंडे पड़ चुके हैं।
लेकिन सियासी संकट के इन बीते दिनों में जो कुछ हुआ, उसका साइड इफैक्ट आने वाले चुनाव पर न पड़े, इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में जुटी है। सूत्रों के अनुसार मोदी कैबिनेट में आठ जुलाई को फेरबदल होने के आसार हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि डैमेज कंट्रोल के तहत सांसद होने के नाते तीरथ सिंह रावत को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है। वहीं, सांसद अजय भट्ट को भी कोई सौगात दी जा सकती है। उधर, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी भी केंद्रीय मंत्री बनने की दौड़ में हैं।
कहीं कयास ही न रह जाएं
एक तथ्य यह भी है कि मार्च 2021 में सत्ता से हटने के बाद से अभी तक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोई नयी जिम्मेदारी नहीं मिली है। ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत की तरह कुर्सी गंवाने वाले तीरथ सिंह रावत को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाता है तो कयास हैं कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद पर होने के दौरान कई बार दिए बयानों में संकेत दिए थे कि उन्हें भी कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि यह भी चर्चा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की तरह कहीं यह सब कयास ही न रह जाएं।