अपने भक्तों को सुख समृद्धि देती है मां नंदा देवी…

हल्द्वानी, अमृत विचार। अल्मोड़ा में स्थित नंदा देवी मंदिर कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिरों में एक है| इस मंदिर का निर्माण चंद राजाओं द्वारा किया गया है। हर सितंबर में, अल्मोड़ा नंदादेवी मेले के लिए इस मंदिर में हजारों हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती हैं| मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त मनोकामना मांगते …
हल्द्वानी, अमृत विचार। अल्मोड़ा में स्थित नंदा देवी मंदिर कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिरों में एक है| इस मंदिर का निर्माण चंद राजाओं द्वारा किया गया है। हर सितंबर में, अल्मोड़ा नंदादेवी मेले के लिए इस मंदिर में हजारों हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती हैं| मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त मनोकामना मांगते हैं उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है|
कुमाऊं मंड़ल के अतिरिक्त भी नन्दादेवी समूचे गढ़वाल और हिमालय के अन्य भागों में जन सामान्य की लोकप्रिय देवी हैं। नन्दा की उपासना प्राचीन काल से ही किये जाने के प्रमाण धार्मिक ग्रंथों, उपनिषद और पुराणों में मिलते हैं। रूप मंडन में पार्वती को गौरी के छ: रुपों में एक बताया गया है। भगवती की 6 अंगभूता देवियों में नन्दा भी एक है। नन्दा को नवदुर्गाओं में से भी एक बताया गया है। भविष्य पुराण में जिन दुर्गाओं का उल्लेख है उनमें महालक्ष्मी, नन्दा, क्षेमकरी, शिवदूती, महाटूँडा, भ्रामरी, चंद्रमंडला, रेवती और हरसिद्धी हैं। शिवपुराण में वर्णित नन्दा तीर्थ वास्तव में कूर्माचल ही है। शक्ति के रूप में नन्दा ही सारे हिमालय में पूजित हैं।
नन्दा के इस शक्ति रूप की पूजा गढ़वाल में करुली, कसोली, नरोना, हिंडोली, तल्ली दसोली, सिमली, तल्ली धूरी, नौटी, चांदपुर, गैड़लोहवा आदि स्थानों में होती है। गढ़वाल में राज जात यात्रा का आयोजन भी नन्दा के सम्मान में होता है।
ऐसे ही पहुंचा जा सकता है अल्मोड़ा … अल्मोड़ा आने के लिए यदि हाय सेवा से आते हैं तो इसके लिए सबसे नजदीक पंतनगर हवाई अड्डा पड़ता है जो की अल्मोड़ा से लगभग 127 किलोमीटर दूर है। बाहरी राज्यों से पंतनगर तक आने के बाद यहां से टैक्सी या बस से आसानी से अल्मोड़ा पहुंचा जा सकता है|
ट्रेन शिवा से यदि कोई अल्मोड़ा जाना चाहता है तो इसके लिए सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन काठगोदाम है| यहां से अल्मोड़ा करीब 90 किलोमीटर दूर स्थित है।