बरेली: शहर में ‘अमृत योजना’ की धीमी रफ्तार जिंदगी में घोल रही जहर

बरेली: शहर में ‘अमृत योजना’ की धीमी रफ्तार जिंदगी में घोल रही जहर

अमृत विचार, बरेली। अमृत योजना के तहत सीवर लाइन के लिए खोदी जा रही सड़कें शहरवासियों की जिंदगी में जहर घोलने का कार्य कर रही हैं। मुख्य इलाके में अधिकारियों की लापरवाही के कारण जगह-जगह सड़कें खुदी पड़ी हैं। इन सड़कों पर हल्की बारिश से ही सड़कों पर बिखरी मिट्टी धीरे-धीरे कीचड़ में भी तब्दील …

अमृत विचार, बरेली। अमृत योजना के तहत सीवर लाइन के लिए खोदी जा रही सड़कें शहरवासियों की जिंदगी में जहर घोलने का कार्य कर रही हैं। मुख्य इलाके में अधिकारियों की लापरवाही के कारण जगह-जगह सड़कें खुदी पड़ी हैं। इन सड़कों पर हल्की बारिश से ही सड़कों पर बिखरी मिट्टी धीरे-धीरे कीचड़ में भी तब्दील होती जा रही है। इन सड़कों पर लोगों का चलना भी मुश्किल हो गया है।

इसका कारण है कि योजनाएं समय से पूरी नहीं की गईं। कई मार्ग ऐसे हैं जो कच्चे हो चुके हैं और वाहन पार्किंग का रूप ले चुके हैं।
शहर में ट्रंक सीवर लाइन का कार्य बिलंब से चल रहा है। मेन ट्रंक लाइन के कार्य को दिसम्बर 2020 तक हो जाना चाहिए था लेकिन इसे समय रहते पूरा नहीं किया गया।

इस कारण अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खुदाई के कारण सड़कें कच्चे मार्ग में तब्दील हो चुकी हैं। केन्द्र सरकार की अमृत योजना के तहत हो रहे करोड़ों के विकास कार्य हजारों लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। जल निगम की कछुआ चाल के कारण दो साल में आधा काम भी नहीं हो पाया है।

13 किमी ट्रंक लाइन में से करीब 6 किमी कार्य ही हो सका है। बजट होने के बाद भी सीवर लाइन डालने का कार्य अधूरा है। इससे उड़ने वाली धूल से वायु प्रदूषण के चलते लोगों की जिंदगी को खतरे में डालने का काम किया जा रहा है। 20 से 30 फुट गहरी सीवर लाइन डालने के दौरान सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी हैं।

वहीं, दिन-रात सड़क पर धूल उड़ रही है। अव्यवस्थित और धीमा विकास कार्य वहां से गुजरने वाले हजारों लोगों के जीवन को संकट में डाल रहा है। गांधी उद्यान से बियावन कोठी तक कार्य के कारण प्रतिदिन सुबह और शाम कई घंटे लोग जाम में फंसते हैं। कालीबाड़ी रोड पर मुहल्ले की सीवर लाइन जोड़ने के लिए एक बार फिर से सड़क को खोदा जा रहा है। इसके चलते शुक्रवार को लोगों को जाम से जूझना पड़ा।

माडल टाउन के पास भी सड़क की खोदने के कारण लोग जाम से त्रस्त रहे। कालीबाड़ी, नगर निगम गेट, पटेल चौक से चौपुला तक सड़क की एक लेन कच्चे मार्ग में तब्दील होने की वजह से लोग सड़क पर मलबा फेंक रहे हैं और वाहन खड़े कर रहे हैं। सबसे गंभीर बात तो यह है कि कार्यदायी संस्थाएं सड़कों को खोद सड़क पर ही मलबा डाल कर चली जा रही हैं। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

कोरोना के कारण कार्य बंद होने से समय से कार्य पूरा नहीं हो सका है। तेजी से कार्य किया जा रहा है। मई के पहले मेन ट्रंक सीवर लाइन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। -संजय कुमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम