Bareilly: युवती की सजगता से साइबर ठगों के मंसूबे नाकाम...होल्ड करा दी ठगी की इतनी रकम

Bareilly: युवती की सजगता से साइबर ठगों के मंसूबे नाकाम...होल्ड करा दी ठगी की इतनी रकम

बरेली, अमृत विचार। डिजिटल युग में ऑनलाइन बैंकिंग और लेन-देन जितना सुविधाजनक हो गया है, उतना ही साइबर अपराधियों के लिए ठगी का जरिया भी बन गया है। इसी तरह का मामला बरेली के सौ फुटा रोड स्थित राधा एन्क्लेव की निवासी श्रुति जैन के साथ हुआ, जब साइबर ठगों ने उनके खाते से 36,120 रुपये का ऑनलाइन भुगतान कर लिया। हालाँकि, समय रहते उन्होंने साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई, जिससे 29,120 रुपये होल्ड हो गए और उनके वापस मिलने की संभावना बढ़ गई।

इस तरह हुआ ऑनलाइन भुगतान
श्रुति जैन के अनुसार, 30 मई 2024 को उनके खाते से 7,000 रुपये और फिर 31 मई को 29,120 रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया गया। जब उनके मोबाइल पर बैंक से ट्रांजैक्शन का मैसेज आया, तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई के चलते 29,120 रुपये को होल्ड कर लिया गया, जिससे यह राशि वापस मिलने की उम्मीद बनी हुई है।इस घटना की रिपोर्ट थाना इज्जतनगर पुलिस ने भी दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि साइबर ठगों ने किस प्रकार श्रुति के बैंक खाते की जानकारी हासिल की और उनके पैसे निकालने में सफल रहे।

साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
आज के समय में ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते चलन के कारण साइबर अपराधों की संख्या भी बढ़ रही है। ठग नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहे हैं। किसी को फ़िशिंग मेल भेजकर, तो किसी को फर्जी कॉल के जरिए बैंकिंग डिटेल्स हासिल कर ठगी की जा रही है। कई बार साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लोगों की निजी जानकारी निकालकर भी वारदात को अंजाम देते हैं।

साइबर पुलिस की सलाह
बरेली साइबर सेल के अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के मामलों में यदि पीड़ित समय पर शिकायत दर्ज कराए, तो उनकी राशि होल्ड कराई जा सकती है और वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए शिकायतकर्ता को तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करना चाहिए और साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए।

श्रुति की सजगता से रकम होल्ड
श्रुति जैन का मामला उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है, जो डिजिटल बैंकिंग का उपयोग करते हैं। साइबर अपराधी किसी भी व्यक्ति को निशाना बना सकते हैं, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है। जागरूकता और सतर्कता से ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है। यदि किसी को भी इस तरह की ठगी का सामना करना पड़े, तो बिना देर किए साइबर पुलिस और बैंक से संपर्क करना चाहिए ताकि धनराशि को सुरक्षित रखा जा सके।