Bareilly: सितारगंज फोरलेन पर दो शिफ्टों में चल रहा काम...बढ़ाई निगरानी !
मार्च 2026 तक पूरा होना है काम, अब तक 17 फीसदी ही हुआ

बरेली, अमृत विचार। बरेली-सितारगंज फोरलेन का काम दो शिफ्टों में चल रहा है। इसके अलावा काम की निगरानी भी बढ़ा दी गई है। हर सप्ताह समीक्षा के बाद रिपोर्ट मुख्यालय भी भेजी जा रही है।
एनएचएआई के सदस्य एडमिन विशाल चौहान के 26 फरवरी को निरीक्षण करने के बाद कार्यदायी संस्था और एनएचएआई के अफसर सड़क चौड़ीकरण समेत अन्य कार्यों को गति देने में जुटे हैं। नवाबगंज में मिट्टी की समस्या से कार्य प्रभावित था लेकिन चेतावनी मिलने के बाद सबसे ज्यादा फोकस यहीं किया जा रहा है। बड़ा बाईपास से रिठौरा तक सड़क चौड़ीकरण के साथ मिट्टी समतल का काम काफी हद तक हो गया है।
बरेली से सितारगंज तक 71 किलोमीटर का हाईवे टू से फोरलेन किया जाना है। एनएचएआई ने 14 मार्च 2024 को अनुबंध किया था। इसका ठेका 1381 करोड़ रुपये में दिया गया है। मार्च 2026 तक निर्माण पूरा करना है। अभी 17 फीसदी काम हुआ है। पीडी प्रशांत दुबे का कहना है कि काम दो पैकेज में चल रहा है। पैकेज वन में बरेली से पीलीभीत तक 32.5 किमी और पैकेज टू में पीलीभीत से सितारगंज तक 38.3 किमी में काम कराया जाना है।
भू-सवामियों का मुआवजा भी बरसों से अटका
बरेली-सितारगंज फोरलेन के जमीन अधिग्रहण के बदले 733 करोड़ रुपये भू-स्वामियों को दिए जाने थे, लेकिन साढ़े तीन साल बाद यह रकम वितरित नहीं की जा सकी है। एनएचएआई का दावा है कि पहले पैकेज बरेली से पीलीभीत में 95 प्रतिशत और दूसरे पैकेज सितारगंज तक में 75 फीसदी जमीन पर निर्माण एजेंसी को कब्जा मिल चुका है। दोनों पैकेज का काम भी एक ही फर्म को मिला है लेकिन दोनों पैकेज में 548 करोड़ ही बांटे गए हैं।