Bareilly: 833.75 करोड़ रुपये से लगेंगे शहर के विकास को पंख

मेयर की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिए गए कई अहम फैसले

Bareilly: 833.75 करोड़ रुपये से लगेंगे शहर के विकास को पंख

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम की कार्यकारिणी समिति ने सड़क-नाली, साफ-सफाई, पेयजल व पर्यावरण के लिए खजाना खोला है। विकास कार्यों के लिए पहली बार 833.75 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति दी है। समिति ने आय व व्यय के सभी बिंदुओं पर गहनता से चर्चा के बाद स्वीकृति दी है। मेयर डा. उमेश गौतम ने कर विभाग के बड़े बकायेदारों में शामिल आईवीआरआई और बरेली कॉलेज के खातों को सीज करने के लिए अलग से टीमों को गठन करने के निर्देश दिए हैं।

मेयर डा. उमेश गौतम की अध्यक्षता में बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे कार्यकारिणी समिति की वित्तीय वर्ष 2025-26 की बजट बैठक हुई। अधिकारियों की ओर से 833.75 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया। समिति ने सड़कों-नालियों के निर्माण के लिए बजट कम बताते हुए पिछले साल की अपेक्षा 100 करोड़ रुपये बढ़ा दिए। अब तक नगर निगम ने पार्कों के रखरखाव, डिवाइडर पर पानी व पौधे लगाने, टूटे पेड़ों को इकट्ठा करने आदि के लिए 42 माली लगाए थे। अब यह काम प्राइवेट एजेंसी को दिया जा रहा है। इसमें एक करोड़ रुपये का खर्च बढ़ाने पर सहमति दी।

वहीं, आमदनी के मद में साफ-सफाई व कूड़ा कलेक्शन पर बड़ा प्राविधान किया है। 30 वार्डों में सफाई का काम ठेके पर दिया है। सड़कों की सफाई व रात में सफाई कराने के लिए अतिरिक्त बजट रखा गया है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए भी प्रावधान किया है। डलावघर से कूड़ा उठाकर ट्रचिंग ग्राउंड तक पहुंचाने के लिए आउटसोर्स को जिम्मेदारी दी है। बैठक में नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव, लेखा अधिकारी अनुराग सिंह, मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र समेत अन्य अधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।

आय व व्यय के सभी बिंदुओं पर की चर्चा
कार्यकारिणी सीमित ने समिति ने आय व व्यय के सभी बिंदुओं पर गहनता से चर्चा की। बैठक में 2023-24 के वास्तविक आंकड़ों के साथ 2024-25 के पुनरीक्षित बजट की अनुमानित आय और दिसंबर 2024 तक हुई नगर निगम की आय का अवलोकन किया गया। इसके तहत 2024-25 के दिसंबर तक नगर निगम की आय 518.61 करोड़ बताई। इसी आधार पर नगर निगम ने 2025-26 में 833.75 करोड़ का बजट तैयार किया। इसमें विभागों को जुर्माना वसूली कर आय पूरा करने का टारगेट भी दिया गया है। कई बिलों को ठीक करने और निजी अस्पतालों के बिलों की गड़बड़ी ठीक करने के लिए भी कहा गया है। साथ ही साथ 2025-26 में व्यय को लेकर भी विचार किया गया है।

इन कामों को मिलेगी रफ्तार
पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त कराने के साथ ही सीवर लाइन की सफाई, निर्माण कार्य, पार्कों का सौंदर्यीकरण, कूड़ा निस्तारण, कूड़ा उठान, वाहन खरीद, नये उपकरण, मलिन बस्तियों के विकास समेत तालाबों के सौंदर्यीकरण, सीएम ग्रिड योजना फेज-2 समेत हर वार्ड को स्मार्ट बनाने के काम को रफ्तार मिलेगी।

मेयर के सवालों से घिरे सीटीओ नहीं दे सके जवाब
बैठक में मेयर के निशाने पर सबसे अधिक कर विभाग के अफसर रहे। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप मिश्रा से मेयर ने पूछा इस बार कितना लक्ष्य है तो बताया गया कि 70 करोड़ 31 मार्च तक वसूला जाना है। इसमें अभी तक 51 करोड़ ही वसूली हो पाई है। चंद दिनों में 19 करोड़ का लक्ष्य जुटाना चुनौती है। हर दिन सवा करोड़ वसूलने का आश्वासन दिया। इस पर मेयर ने कहा कि एक अस्पताल का एक साल का टैक्स दस लाख और कई अन्य बड़े अस्पतालों से सिर्फ पचास हजार वसूला जा रहा है ऐसा क्यों। इस पर सीटीओ जवाब देने से बचते रहे। मेयर ने कहा कि आईवीआरआई, बरेली कॉलेज के अलावा अन्य बड़े बकायादारों के खाते सीज किए जाएं।

निगम के आमदनी के स्रोत
गृहकर 70 करोड़, जलकर 38 करोड़, सीवर कर 15 करोड़, विज्ञापन से आय 5.50 करोड़, वधशालाओं से शुल्क 4.40 करोड, राज्य वित्त आयोग 21 करोड़, 15वां वित्त आयोग टाइड फंड 54 करोड़, 15वां वित्त आयोग अनटाइड फंड 47 करोड़, स्वच्छ भारत मिशन 5 करोड़, अमृत योजना 2 करोड़, कान्हा पशु आश्रय योजना 3 करोड़, कान्हा गोशाला एवं बेसहारा योजना 2 करोड़, सीएम ग्रिड 5 करोड़।

इन पर होगा खर्च
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन टिपिंग फीस 5 करोड़, निर्माण कार्य पर 20 करोड़, भवनों की मरम्मत 3 करोड़, डीजल पर 13 करोड़, सार्वजनिक मार्गों की सफाई पर 7.50 करोड़, वार्ड में ठेके पर सफाई 18 करोड़, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन 12 करोड़, डलावघर से कूड़ा उठान 12 करोड़, पार्कों का रखरखाव 2 करोड़।