नागपुर हिंसा पर विधान सभा भवन के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन, मंत्री नितेश राणे को हटाने की मांग

मुंबई। महाराष्ट्र में विपक्ष ने मंगलवार को नागपुर हिंसा को लेकर यहां महाराष्ट्र विधान सभा भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एवं राज्य सरकार में मंत्री नितेश राणे को हटाने की मांग की। विपक्ष का आरोप है कि श्री राणे ने बयान के कारण शहर में सोमवार को हिंसा भड़की। शहर में उपद्रव के दौरान कल कम से कम 45 वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
सत्तापक्ष के विभिन्न नेताओं ने नागपुर की घटना की निंदा की है और कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बीच जिला संरक्षक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट की निगरानी की जा रही है।
फडणवीस सरकार में मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, “नागपुर में हुई हिंसा के पीछे महा विकास अघाड़ी का हाथ है... विपक्ष के लोग यह दिखाने में लगे हैं कि वे ही मुसलमानों के साथ खड़े हैं, लेकिन उन्हें यह एहसास नहीं है कि मुसलमान ऐसा नहीं चाहते...” शिवसेना विधायक मनीषा कायंदे ने नागपुर हिंसा की निंदा की और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “हम नागपुर हिंसा की निंदा करते हैं। अफवाह फैलाने वालों को सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र में ऐसी चीज बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
नागपुर के राजघराने के सदस्य राजे मुधोजी भोसले ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। नागपुर के इतिहास में ऐसी घटना कभी नहीं हुई। जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाना चाहिए और प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटना फिर कभी न हो।” उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसमें स्थानीय लोग शामिल थे। बाहरी लोगों के साथ कुछ असामाजिक तत्व भी इसमें शामिल रहे होंगे।”
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