कानपुर में DM ने DIOS कार्यालय का किया निरीक्षण: 14 कर्मचारी मिले अनुपस्थित, वेतन रोका, हाथीपुर PHC में सिर्फ कर्मचारी मिला...
.jpg)
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर में सोमवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को संयुक्त शिक्षा निदेशक( माध्यमिक) उप शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय (माध्यमिक) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान उप शिक्षा निदेशक राजू राणा अनुपस्थित मिले। जिलाधिकारी के फोन करने पर उन्होंने रास्ते में होन की बात कही। इसके अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक, द्वितीय राजीव कुमार यादव भी अनुपस्थित मिले। कार्यालय से 14 कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
इस पर जिलाधिकारी ने वेतने रोकते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये। वहीं, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने नर्वल स्थित हाथीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सिर्फ पीएचसी में वार्ड बॉय राम शंकर ही मौजूद थे। इसके अलावा कोई अन्य कर्मचारी या चिकित्सक उपस्थित नहीं मिले। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने 3.6 करोड़ रुपये से चम्पतपुर, बिल्हौर में नवनिर्मित राजकीय पौधशाला व भवन का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को कई खामियां मिली ।
ये कर्मचारी मिले गैरहाजिर
निरीक्षण के दौरान उप शिक्षा निदेशक(माध्यमिक), कार्यालय में कार्यरत प्रधान सहायक रजनीश श्रीवास्तव, वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार सैनी, कनिष्ठ सहायक वेद प्रकाश, कनिष्ठ सहायक कंचन पाल,वरिष्ठ सहायक गरीबदास अनुपस्थित मिले। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में कार्यरत वरिष्ठ सहायक गोविंद कुमार लेखाकार प्रिया मन्धानी व कनिष्ठ सहायक प्रतिभा सचान नदारद मिली। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक ललितकांत कटियार,वरिष्ठ सहायक जितेंद्र कुमार तथा कनिष्ठ सहायक अंकित कुमार व अमोल कुमार अनुपस्थित मिले।
पीएचसी में ये लोग मिले अनुपस्थित
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान सीनियर लैब असिस्टेंट देवेंद्र शुक्ला, स्टाफ नर्स वर्तिका वैश्य, चिकित्साधिकारी राणा निगम, फार्मासिस्ट प्रतिभा और शशि किरण सचान अनुपस्थित मिले। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर साफ सफाई की स्थिति भी खराब मिली। वार्ड बाॅय ने बताया कि सफाई कर्मचारी के छुट्टी पर होने के कारण साफ सफाई सही ढंग से नहीं हो सकी। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर को कार्रवाई के निर्देश दिये।
ये मिली कमियां
निरीक्षण के दौरान देखा गया कि भवन और पौधशाला का निर्माण 2022 में हो चुका है लेकिन अभी इसे हस्तगत नहीं किया गया और ना ही उक्त का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही निर्मित भवन में लगा प्लास्टर झड़ रहा, दीवारों पर नमी मिली। इसके अलावा फर्श में दरारें, एमसीबी बॉक्स जमीन पर रखा मिला और फायर अलार्म के तारों की वायरिंग नहीं की गई। बिजली का कनेक्शन तो मिला लेकिन उसमें बिजली नहीं आ रही है और स्नान घर में लगाई गई टोटी निम्न गुणवत्ता और सही से फिक्स नहीं की गई। इसके अलावा निर्मित सम्पूर्ण भवन के चारों तरफ दरारे पाई गई।