Bareilly: प्रचंड गर्मी से निपटने की तैयारी शुरू...11 विभागों से मांगी कार्य योजना

बरेली, अमृत विचार। इस बार प्रचंड गर्मी बर्दाश्त करने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक मार्च से ही हीट वेव (लू) शुरू हो जाएगी जो अक्टूबर तक जारी रहेगी। इस बीच तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार हैं। प्रशासनिक स्तर पर लोगों को हीट वेव से बचाने के लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 11 विभागों से हीट वेव से बचाव के लिए बिंदुवार कार्ययोजना मांगी है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हीटवेव के तीन चरण निर्धारित किए हैं। मार्च में पहला चरण है, दूसरा चरण अप्रैल से जुलाई और तीसरा अगस्त से अक्टूबर तक रहेगा। इस दौरान सबसे ज्यादा जोर बिजली और स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त रखने पर दिया जा रहा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष डीएम रविंद्र कुमार ने इस बारे में 11 विभागों के विभागाध्यक्षों को कार्ययोजना बनाकर उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। कुछ विभागों ने अपनी कार्ययोजना जिला आपदा विशेषज्ञ कुंवर शुभ अक्षत को भेज दी है।
कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी भी नामित किए गए हैं। जनपद स्तर पर एडीएम फाइनेंस और सीएमओं को नोडल अधिकारी बनाया गया है। तहसील स्तर पर सभी एसडीएम और ब्लॉक स्तर पर सभी बीडीओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
परिवहन निगम
परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को बस अड्डों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य टीमों की तैनाती के साथ प्राथमिक चिकित्सा, पीने के पानी और यात्रियों के लू से बचाव की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिजली विभाग
बिजली विभाग के सभी अधिशासी अभियंता को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टूटे बिजली खंभों और लाइनों को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि क्षेत्रों में रोस्टर के आधार पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। किसी कारण बिजली आपूर्ति ठप हो जाए तो सूचना मिलते ही उसे यथाशीघ्र दुरुस्त कराया जाए।
स्वास्थ्य विभाग
सीएमओ को जनजागरूकता के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने और ग्रामीण स्तर के कार्यकर्ताओं के जरिए हीटवेव के लिए अलर्ट जारी करने को कहा गया है। सन स्ट्राेक से बचाव के लिए आपातकालीन स्थिति के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती, 108/102 एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय रखने के साथ अस्पतालों और हेल्प सेंटरों में पावर सप्लाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा सभी पीएचसी, सीएचसी में ओआरएस और तरल पदार्थों के साथ पर्याप्त मात्रा में जरूरी दवाओं का स्टॉक रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य केंद्रों को 24 घंटे क्रियाशील रखने को कहा गया है ताकि पर हीट वेव से कोई भी घटना होने पर उनकी सेवाएं ली जा सकें।
पशु चिकित्सा विभाग
पशुओं के इलाज और चारे-पानी के इंतजाम पर जोर
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को मवेशियों की सुरक्षा के लिए हीट वेव एक्शन प्लान की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि गर्मी की स्थितियों के दौरान पशु प्रबंधन के लिए ग्राम स्तर पर कर्मचारियों को सक्रिय रखने के साथ सार्वजनिक स्थानों पर लू से बचाव के लिए जरूरी प्रबंधन के उपायों के लिए पोस्टर चस्पा कराए जाएं। मवेशियों के पीने के पानी और चारे की उचित व्यवस्था की जाए। पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण भी नियमित रूप से कराया जाए। सभी पशु केंद्रों पर आवश्यक दवाओं का भंडारण रखा जाए और पशु चिकित्सकों के माध्यम से ग्रामीणों को पशुओं की सुरक्षा एवं लू से बचाव के लिए जागरूक कराया जाए।
नगर निकाय
नगर निगम के नगर आयुक्त और नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को मंदिरों और मॉल जैसे स्थानों पर कूलिंग सेंटर चलाने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि नगरीय क्षेत्रों में सब्जी मंडी, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था के साथ दूरदराज क्षेत्रों में भी पेयजल की व्यवस्था कराई जाए। जिन नगरीय इलाकों में जहां छाया और लोगों के ठहराव की जगह हो, उन्हें चिह्नित कर वहां प्याऊ लगवाने की व्यवस्था कराई जाए।