कानपुर में टूटी सड़क लोगों की जान पर बन रही आफत; ई-रिक्शा उछलने से गड्ढे में गिरे रिटायर्ड प्रिंसिपल...हो गई मौत

कानपुर में टूटी सड़क लोगों की जान पर बन रही आफत; ई-रिक्शा उछलने से गड्ढे में गिरे रिटायर्ड प्रिंसिपल...हो गई मौत

कानपुर, अमृत विचार। जूही थानाक्षेत्र में सड़क के गड्ढे ने एक सेवानिवृत्त प्रिंसिपल की जान ले ली। वह ई-रिक्शे से बिठूर स्थित आश्रम जा रहे थे। इसी दौरान सड़क के गड्ढे में रिक्शा अनियंत्रित हुआ और वह बाहर गिर गए। सिर में चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। सचूना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर आगे की प्रक्रिया की।

बारादेवी निवासी 61 वर्षीय मुन्नालाल अरुणाचल प्रदेश में केंद्रीय विद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत थे। परिवार में पत्नी, बेटे अनिमेष, अक्षय, अपर्ण और बेटी प्रीती है। बड़े बेटे अनिमेष ने बताया कि पिता रविवार सुबह बिठूर स्थित राधास्वामी आश्रम में जाने के लिए निकले थे। बताया कि घर से निकले और ई-रिक्शे में बैठ गए। इसके बाद बारादेवी से अफीम कोठी के बीच एक निजी अस्पताल के पास गड्ढों के कारण ई-रिक्शा अनियंत्रित हो गया। जिससे वह चलते रिक्शे से बाहर गिर गए। हादसे में सिर पर चोट लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए।

इस दौरान वहां पर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस वृद्ध को लेकर अस्पताल पहुंची और परिजनों को सूचना दी। आनन-फानन परिजन अस्पताल पहुंच गए। निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में चीखपुकार मच गई। सूचना पर जूही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच की। परिजनों के अनुसार जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के कारण जान चली गई। शहर की सड़कें खस्ताहाल पड़ी हैं, लेकिन उनके सुधार के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। अगर सड़क पर गड्ढे न होते तो हादसा नहीं होता। 

हाथ में चोट के कारण पकड़कर नहीं बैठे थे 

परिजन हादसे के बाद मौके पर पहुंचे। इसके बाद ई-रिक्शा चालक से जानकारी ली। इस पर उसने बताया कि वृद्ध रिक्शे में लगे हैंडल को पकड़कर नहीं बैठे थे। गड्ढों के कारण रोजाना उसे सवारियों के साथ जूझना पड़ता है। बताया कि गड्ढे होने के कारण वह सीधे बाहर गिर गए। वहीं परिजनों का कहना था कि पूर्व में पिता का बायां हाथ टूट चुका है। इस वजह से ज्यादा जोर नहीं लगता है, इसके चलते वह रिक्शे का हैंडल पकड़कर नहीं बैठे होंगे। हादसे में गई जान के बाद परिजनों में आक्रोश है। उन लोगों का कहना था कि जिम्मेदार अधिकारी हादसे की मौत के बाद रिक्शा चालक की गलती ठहराएंगे। 

बारादेवी से अफीमकोठी तक स्थिति दयनीय

चालक का कहना था कि आए दिन गड्ढों के कारण हादसे हो रहे हैं, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं हैं। धूल के कारण भी लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। कुल मिलाकर बारादेवी से लेकर अफीमकोठी तक मेट्रो के निर्माण के चलते स्थिति दयनीय है। सुबह हो या शाम को जाम में फंसकर लोगों को परेशानियों का सामना का करना पड़ रहा है।

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