Bareilly: सीएम ग्रिड-अतिक्रमण हटाने में भी धांधली, किसी का तोड़ा...किसी का छोड़ा
कई रेस्टोरेंट और कोठियों के जनरेटर तक नहीं हटाए

बरेली, अमृत विचार। कहने को सीएम ग्रिड योजना के निर्माण कार्यों पर लखनऊ से निगरानी रखी जा रही है लेकिन इनकी जद में आ रहे अतिक्रमण को हटाने में की जा रही धांधली पर किसी की नजर नहीं है। मॉडल टाउन इलाके में जहां चाहे अतिक्रमण तोड़ा जा रहा है, जहां चाहे छोड़ा जा रहा है। कई रेस्टोरेंट और कोठियों के सामने सड़क तक बिछी टाइल्स तक को नहीं तोड़ा गया है। बाहर रखे जनरेटर भी नहीं छुए गए। इसका विरोध भी हो रहा है।
सीएम ग्रिड प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल सीवर, पानी और बिजली की अंडरग्राउंड लाइन बिछाने के लिए सड़क किनारे गहरी खुदाई की जा रही है लेकिन इसमें मनमानी चल रही है। खुदाई के रास्ते में आने वाले अतिक्रमण को कहीं तोड़ा जा रहा है तो कहीं उसे बचाकर खुदाई की जा रही है। काम पर निगरानी की व्यवस्था का यह हाल है कि कई लोग काम में लगे मजदूरों से बात कर अपने अतिक्रमण को बचाने में कामयाब हो गए हैं। इस कारण जिन लोगों का अतिक्रमण हटाया गया है, वे भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं। कुछ लोगों ने खुद ही अपना अतिक्रमण हटा लिया है।
सीएम ग्रिड के तहत सड़कों का चौड़ीकरण अभी एकतानगर, कुष्ठ आश्रम रोड, डीडीपुरम मोड़ पर चला रहा है। इसमें सबसे ज्यादा लंबी सात सौ मीटर की कुष्ठ आश्रम रोड है। यहां रिखी सिंह इंटर कॉलेज की बगल में सीवर, पानी और बिजली की लाइन बिछाने के लिए खुदाई कराई जा रही है। यहां कई जगह बीच- बीच में छोड़कर खुदाई की गई है। कुछ रेस्टाेरेंट और प्रभावशाली लोगों की कोठियों के सामने लगी टाइल्स तक को छोड़ दिया गया है। इसके उलट जो लोग जोड़तोड़ नहीं कर पाए, उनके घरों के आगे इस कदर खुदाई कर दी गई है कि उन्हें आने-जाने तक में दिक्कतें हो रही है।
एकतानगर में भी कई घरों, अस्पतालों, रेस्टोरेंट और दुकानों के सामने खुदाई करने में इसी तरह का भेदभाव हो रहा है। एक मजदूर ने बताया कि कुछ लोग यह कहकर काम नहीं करने दे रहे हैं कि कुछ दिन बाद आना। वे लोग तो किसी से झगड़ा करेंगे नहीं। कुछ दिन पहले एक रेस्टोरेंट वाले ने अपने सामने खुदाई नहीं करने दी। कई और जगह अतिक्रमण करके लगाए गए टाइल्स को नहीं तोड़ने दिया गया। कई कोठियों के सड़क की जद में बने गेट और सामने रखे जनरेटरों को भी छोड़ दिया गया है।
खुद हटा रहे टाइल्स और मार्बल
रविवार को कुछ बड़े प्रतिष्ठानों के सामने हुए अतिक्रमण खुद ही हटाए जा रहे थे। लोगों ने प्रतिष्ठानों के सामने काफी रुपये खर्च कर टाइल्स और मार्बल लगा रखे है। कुछ लोगों ने गार्डन का बना रखा है, जिसमें विभिन्न प्रजातियों के फूल पौधे लगाए गए है। इसे लोग खुद हटा रहे थे।