बरेली: होली से पहले महंगाई ने बिगाड़ा बजट, गेहूं का आटा और खाद्य तेल महंगे
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बरेली, अमृत विचार। होली के बाजार में इस बार भी महंगाई के रंग बरसने शुरू हो गए हैं। गेहूं के आटे के साथ खाद्य तेलों ने एकाएक महंगाई की राह पकड़ ली है। आटा तीन से पांच रुपये किलो तक महंगा हो गया है तो खाद्य तेलों पर एक साथ 15 रुपये बढ़ गए हैं। होली की खरीदारी शुरू करने से पहले ही रोजमर्रा की चीजों पर महंगाई ने आम लोगों के कदम रोकने शुरू कर दिए हैं।
त्योहार के मौके पर आटे के दामों में भारी बढ़ोतरी ने आम लोगों का मिजाज ज्यादा बिगाड़ा है। बाजार के आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह पहले तक मिल के जिस सादे आटे का रेट 3200 रुपये क्विंटल था, वह एकाएक 3500 रुपये हो गया है। ब्रांडेड कंपनियां के आटे की कीमत भी 3800 रुपये से बढ़कर 4100 रुपये क्विंटल तक हो गई है। चक्की का खुला आटा 34 रुपये किलो से बढ़कर 38 रुपये तक पहुंच गया है। इस तरह आटे पर तीन से चार रुपये किलो तक भाव बढ़ा है।
सरसों के तेल के एक लीटर के पैक पर 10 रुपये और रिफाइंड पर 10 से 15 रुपये तक भाव बढ़ा है। कुछ दिन पहले तक बाजार में सरसों के तेल का एक लीटर का पैक 155 से 170 रुपये तक का था, वही पैक अब 180 रुपये का हो गया है। रिफांइड का एक लीटर का पैकट सप्ताह भर पहले तक 150 रुपये का था जो अब 165 रुपये हो गया है। खाद्य तेलों और आटे दोनों पर बढ़ी महंगाई का निम्न और मध्यमवर्ग पर ज्यादा असर पड़ा है।
होली से पहले फलों के भी भाव चढ़ने शुरू
होली से पहले फलों के भाव भी चढ़ने शुरू हो गया है। सेब इस पूरे सीजन में सौ रुपये किलो से नीचे आया ही नहीं, अब केला, संतरा, कीनू और अमरूद का भाव भी चढ़ने लगा है। जो केला अब तक 50 रुपये दर्जन था, वही अब 60 रुपये हो गया है। कीनू भी 40-45 रुपये किलो से 55-60 तक पहुंच गया है। हालांकि ड्राई फ्रूट और सब्जियों के भाव अब तक लोगों का सुकून कायम रखा है।
किराना बाजार के थोक कारोबारी प्रकाश नेमानी के मुताबिक होली का बाजार उठान पर आने से पहले ही खाद्य तेलों और आटा महंगा होने का असर आम लोगों की खरीदारी पर पड़ने के आसार हैं। होली से पहले कुछ और खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ सकते हैं।
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