Sambhal News: जुम्मा साल में 52 बार होली सिर्फ एक बार, जिसे रंग से धर्म भ्रष्ट का खतरा वह घर पर रहे...संभल सीओ की दो टूक
कपड़ों पर रंग की कोई बात नहीं लेकिन काला रंग आपकी आत्मा पर नहीं गिरना चाहिए

संभल, अमृत विचार। संभल के सीओ अनुज कुमार चौधरी ने होली से पहले दो टूक कहा कि साल में 52 जुम्मे आते हैं,लेकिन होली सिर्फ एक बार आती है। जिसे लगता है होली का रंग लगने से उसका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा वह होली के दिन अपने घर में रहे,एक दिन नमाज घर में भी अदा की जा सकती है। यह भी कहा कि लोग रंग खेल रहे हैं और राह चलते किसी पर रंग के छींटे पड़ जाऐं तो वह उसे नजरअंदाज करे,लेकिन कोई जबरन किसी को रोककर उसकी मर्जी के खिलाफ रंग लगाएगा तो पुलिस कार्रवाई भी करेगी।
संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई के विरोध में हुई हिंसा के बाद मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले संभल में होली का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए पुलिस प्रशासन व्यापक तैयारी कर रहा है। इसकी एक वजह यह भी है कि जिस दिन होली का रंग है उसी दिन रमजान माह का जुम्मा भी है। तैयारी के बीच ही अब पुलिस प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को साफ संदेश दिया है कि रंग से परहेज है तो उसे दिन घरों से न निकलें।
संभल सदर कोतवाली में आयोजित हिंदू व मुस्लिम समुदाय के जिम्मेदार लोगों की बैठक में सीओ अनुज कुमार चौधरी ने कहा कि मेरा मानना यह है कि यदि आप अपने धर्म का सम्मान करते हो तो दूसरे को भी कीड़ा मकोड़ा मत समझो, उसका भी सम्मान करो। अल्लाह भी वही है भगवान भी यही है बस पूजने का तरीका अलग है । साल में 52 जुम्मे आते हैं, यह जुम्मा रंग के दिन आया है तो यह छोटी सी बात है। मैं चाहता हूं सब मिलकर होली खेलो मेरे भी रंग डालो मैं तुम्हारे रंग डालूं, रंग डल जाने से कोई छोटा बड़ा नहीं होता। कपड़ों पर रंग की कोई बात नहीं लेकिन रंग आपकी आत्मा पर नहीं गिरना चाहिए, काला रंग आत्मा पर नहीं आना चाहिए। जैसे नमाज के लिए आदमी सफेद कपड़े पहनता है, जैसे बेदाग वस्त्र रहता है वैसे ही मन भी बेदाग रहना चाहिए।
सीओ बोले-मैंने 24 नवंबर को भी बहुत समझाया था
सीओ अनुज कुमार चौधरी ने 24 नवंबर की हिसा का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने एक-एक शब्द उस दिन कहा था। ऐसा करोगे तो ऐसा होगा भीड़ नहीं मानी, कहा था हमारे पास इनपुट है भीड़ में कुछ लोग घुसेंगे और वह पथराव शुरू कर देंगे और फिर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। मेरा स्पष्ट संदेश यह है कि जिस भाई को होली खेलनी हो उस दिन वह बाहर निकले , नहीं तो अनावश्यक कोई भी आदमी बाहर न निकले। अपने बच्चों के साथ अपने घर में रहें और नमाज पढ़ें। घर में भी तो नमाज पढ़ते हैं, कोरोना टाइम में घरों में ही नमाज पढ़ी थी। ऊपर वाला तो सब जगह है भगवान और अल्लाह सब जगह हैं। प्रशासन बिल्कुल भी इस स्थिति में नहीं है कि हम कोई भी चीज बर्दाश्त करेंगे, किसी भी पक्ष की। यदि हिंदू पक्ष कोई भी रंग जानबूझकर जबरदस्ती डालता है और उसकी कोई वीडियो या ऑडियो हमारे पास आ गई जगह-जगह कैमरे लगे हुए हैं तो फिर उस पर भी कार्रवाई होगी
जैसे मुस्लिमों को ईद का इंतजार वैसे ही हिंदुओं को हाली का
संभल। जैसे मुस्लिम ईद का पूरे साल इंतजार करते हैं वैसे ही होली का भी इंतजार हिंदू पक्ष करता है। होली रंग डालकर, मिठाई खाकर बुरा न मानो होली है, इस तरह से मनाई जाती है। ईद में भी लोग मिठाई सेवईयां बनाते हैं, गले मिलते हैं एक दूसरे के यहां जाते हैं। बिल्कुल वैसा ही त्यौंहार है। आप दोनों पक्षों के लिए हिंदू मुस्लिम आप एक दूसरे का सम्मान करें और यदि कोई निकल रहा है तो उस पर रंग न डालें । यह हिंदू पक्ष के लिए भी हमने कहा है कि कोई बच रहा है तो उसे पर रंग न डालें। संभल में हम किसी भी पक्ष की गलती बर्दाश्त नहीं करेंगे। कोई शांति व्यवस्था भंग करेगा तो उसे पर सख्त कार्रवाई होगी। अमन कमेटी की बैठक में एसडीएम वंदना मिश्रा ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने का संदेश दिया।
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