खेल रत्न पुरस्कार सबसे बड़ी उपलब्धि लेकिन काफी कुछ हासिल करना बाकी : हरमनप्रीत सिंह
नई दिल्ली। ओलंपिक पदक के बाद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुने जाने से उत्साहित भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि यह सम्मान उनकी ‘शानदार’ यात्रा की मान्यता है जिसमें उन्हें भविष्य में बहुत कुछ हासिल करना है। पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर, शतरंज के विश्व चैंपियन डी गुकेश, हरमनप्रीत और पैरालंपिक ऊंची कूद के स्वर्ण विजेता प्रवीण कुमार को खेल मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को 2024 मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना है।
हरमनप्रीत ने दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘ यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं। ऐसा लगता है कि यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा हिस्सा है। मुझे इतना बड़ा पुरस्कार और मान्यता मिल रही है।’’ पेरिस ओलंपिक में सबसे ज्यादा 10 गोल करने वाले इस 28 साल के खिलाड़ी का करियर उपलब्धियों से भरा रहा है। वह पेरिस से पहले तोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे। उन्होंने 2016 में जूनियर विश्व कप में स्वर्ण, राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, एशियाई खेलों में स्वर्ण और कांस्य के अलावा चैंपियंस ट्रॉफी में दो रजत पदक जीते है।
हरमनप्रीत ने पिछले वर्ष सहित तीन बार एफआईएच साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीता है। वह हालांकि इन उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं है और अभी करियर में काफी कुछ हासिल करना चाहते हैं। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘अपनी पूरी यात्रा में मैंने बहुत कुछ सीखा है, मैंने जीत और हार सहित कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। मुझे हालांकि लगता है कि आप केवल उन अनुभवों से सीखते हैं। पहले दिन से मेरी मानसिकता खुद को बेहतर करने की रही है।’’ पंजाब के अमृतसर के टिम्मोवाल गांव में किसान परिवार में जन्मे हरमनप्रीत का अंतरराष्ट्रीय करियर 2014 में शुरू हुआ था।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय टीम के साथी खिलाड़ियों को दिया। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ हम जो भी हासिल कर रहे हैं वह एक टीम के रूप में कर रहे हैं। मेरी यात्रा बहुत दिलचस्प रही है, मुझे व्यक्तिगत मान्यताएं और पुरस्कार मिल रहे हैं लेकिन यह केवल मेरे साथी खिलाड़ियों के कारण संभव हो पाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अब तक की अपनी यात्रा का भरपूर आनंद लिया है। मैंने बहुत मेहनत की है और मैंने अब तक जो भी हासिल किया है, उससे मैं खुश हूं।’’ भारतीय हॉकी टीम की रक्षापंक्ति के इस खिलाड़ी की नजर अब विश्व कप में पदक जीतने पर है। विश्व कप का आयोजन अगले साल बेल्जियम में होगा।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘ निश्चित रूप से मेरा मुख्य लक्ष्य विश्व कप होगा क्योंकि लंबे समय से हमने विश्व कप में कोई पदक नहीं जीता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने ओलंपिक में लगातार पदक जीते हैं लेकिन हमारा अगला लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना और सभी प्रमुख टूर्नामेंट जीतना होगा। यह चरण दर चरण प्रक्रिया है और हम एक टीम के रूप में अपने लक्ष्य हासिल करना चाहेंगे।’’
हरमनप्रीत वर्तमान में राउरकेला में चल रही हॉकी इंडिया लीग में पंजाब के सूरमा हॉकी क्लब का नेतृत्व कर रहे हैं। सूरमा हॉकी क्लब ने अब तक दो मैच खेले हैं, जिसमें एक में जीत और एक में हार मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘हर टीम के लिए शुरुआत में एकजुट होना और समझ के साथ सामंजस्य बनाना कठिन होगा। हम कल का मैच हार गए लेकिन इसमें भी हमारे लिए कई सकारात्मक चीजें रही।
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