Unnao में BSA ने रोका 90 शिक्षकों का वेतन: लिमिट खर्च न करने पर हुई कार्रवाई, तीन दिन में मांगा गया जवाब
उन्नाव, अमृत विचार। जिले के स्कूलों को जिला परियोजना कार्यालय से एसएमसी खातों में जारी लिमिट खर्च न करने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 90 स्कूलों के प्रधान व इंचार्ज शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। सभी शिक्षकों से कार्य में हुई लेटलतीफी पर बीएसए ने जवाब भी मांगा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह द्वारा जारी पत्र के अनुसार, सिकंदरपुर करन व सरोसी ब्लॉक को छोड़ बाकी नगर व 14 विकासखंडों के 90 स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोका गया है। बीएसए के वेतन अवरुद्ध किये जाने वाले पत्र में असोहा के 10, औरास के 2, बांगरमऊ के 4, बिछिया के 5, बीघापुर के 8, सिटी एरिया के 9, फतेहपुर चौरासी के 1, गंजमुरादाबाद के 1, हसनगंज के दो, हिलौली के 23, मियागंज के 3, नवाबगंज के 7, पुरवा के 9, सफीपुर के 2 व सुमेरपुर के 22 स्कूल शामिल हैं।
बीएसए ने इन स्कूलों के प्रधान व इंचार्ज शिक्षकों के दिसंबर माह का वेतन अवरुद्ध किया है। बीएसए ने तीन दिन में अब तय व्यय न करने का जवाब मांगकर तत्काल प्रभाव से इसे खर्च करने के निर्देश दिए हैं। लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी ने बताया कि बीएसए के स्तर से कार्रवाई की गई है। मुझे बहाली का पत्र दिया गया था। लेकिन तब तक शिक्षकों का वेतन निकालने की तैयारी की जा चुकी थी। इस कारण दिसंबर माह का वेतन कार्रवाई के दायरे में शिक्षकों का नहीं निकल सका। इस माह इसे सही किया जाएगा।
वहीं वेतन रोकेने पर शिक्षक संगठन व शिक्षकों में रोष है। उनका कहना है कि महानिदेशक की ओर से जारी शासनादेश में स्पष्ट है कि वेतन या वेतन वृद्धि रोकना अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया में शामिल है। जब तक स्थापित नियमों के अधीन औपचारिक आदेश जारी न हों किसी भी कार्मिक का वेतन व वेतन वृद्धि रोकी नहीं जा सकती है।