अयोध्या: न तारीख तय ना ही प्रत्याशी, भाजपा मथ रही मिल्कीपुर

अयोध्या: न तारीख तय ना ही प्रत्याशी, भाजपा मथ रही मिल्कीपुर

इंदुभूषण पांडेय/अयोध्या। भारतीय जनता पार्टी मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इसके लिए भाजपा ने न केवल मंत्रियों की फौज मिल्कीपुर की सियासी जमीन पर उतार दी है बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद चार से पांच बार आ चुके हैं। खास बात यह है कि एक बार के सिवा भाजपा कभी न जीत पाने वाली अम्बेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा जीत कर वही फार्मूला मिल्कीपुर विधानसभा के उपचुनाव में आजमाना चाहती है। हालांकि अभी मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर तारीख और प्रत्याशी को घोषणा नहीं हुई है,  लेकिन भाजपा लगातार मिल्कीपुर को मथ रही है। 

शनिवार को हुई सांगठनिक बैठक भी इसी के मद्देनजर हुई और मुख्यमंत्री पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देकर लौटे। माना जा रहा है कि दिल्ली राज्य के चुनाव की तिथि घोषित होने के साथ ही मिल्कीपुर विधानसभा के उपचुनाव का भी ऐलान चुनाव आयोग की ओर से किया जा सकता है। इसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी फिर मिल्कीपुर विधानसभा के उपचुनाव पर केंद्रित हो गई है। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले भी भाजपा यहां डेरा डाले बैठी थी, लेकिन गत विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा द्वारा दायर एक याचिका के चलते मिल्कीपुर में उपचुनाव नहीं हुए उसके बाद संगठन का पूरा फोकस अन्य सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर हो गया, जिसमें पड़ोसी जिले अम्बेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा सीट भी शामिल थी। 

यहां भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रियों की फौज उतार कर दिन रात एक कर भाजपा ने विजयश्री हासिल की। कटेहरी उपचुनाव को लेकर भाजपा ने वहां कुर्मी बाहुल्य सीट होने के कारण सजातीय मंत्रियों और पदाधिकारियों को लगाया और आखिरकार इस प्रयोग में सफल होते हुए भाजपा ने वहां से जीत हासिल की। कटेहरी उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने अम्बेडकरनगर सांसद की पत्नी जो समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी थीं उन्हें पराजित किया। धर्मराज निषाद को 104091 मत मिले थे जबकि सांसद की पत्नी शोभावती वर्मा मात्र 69577 वोटों तक सिमट कर रह गईं। 

वहीं बहुजन समाज पार्टी के अमित वर्मा को महज 41647 मत मिले। भाजपा के लिए बसपा के अमित वर्मा काम के साबित हुए और उन्होंने भाजपा प्रत्याशी की राह आसान कर दी। अब जब मिल्कीपुर उपचुनाव होने वाले हैं तो भाजपा सभी फार्मूले इस्तेमाल कर मिल्कीपुर उपचुनाव जीतना चाहती है। हालांकि इस एक सीट से सरकार और संगठन दोनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है लेकिन भाजपा फैजाबाद संसदीय सीट पर हुई पराजय का जख्म मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के सपा प्रत्याशी सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र को हरा कर भरना चाहती है।

यही वजह है कि जहां शनिवार को हुई संगठन की बैठक में आठ से दस मंत्री मौजूद रहे वहीं प्रतिदिन दो से तीन मंत्रियों का दौरा मिल्कीपुर में किसी न किसी बहाने लग रहा है।केवल इतना ही नहीं सरकार में होने के कारण भाजपा यहां रोजाना सौगातों की झड़ी लगा और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए मतदाताओं को साध रही है।

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