Kanpur में आउटर रिंग रोड के किनारे बसेगी इंटीग्रेटेड टाउनशिप, भूमि की खोजबीन शुरू, लैंड बैंक बनाने को लगाए गए केडीए कर्मचारी
कानपुर, अमृत विचार। निर्माणाधीन रिंग रोड के आसपास केडीए इंटीग्रेटेड टॉउनशिप बसाने की तैयारी में लगा है। इसके लिए 93 किमी लंबी आउटर रिंग रोड के दोनों ओर प्राधिकरण ने अपनी भूमि चिह्नित करनी शुरू कर दी है। इस काम में अमीन व अन्य अधिकारी लगाए गए हैं, जो ग्राम समाज की जमीनों के साथ सुरक्षित श्रेणी की जमीन भी चिह्नित कर रहे हैं। योजना ऐसी भूमि का अधिग्रहण कर शहर को नियोजित विस्तार देनी की है। रिंग रोड के आसपास लैंड बैंक उपलब्ध होने पर आवासीय, व्यावसायिक के साथ औद्योगिक गतिविधियां विकसित करने की योजना है।
रिंग रोड का निर्माण चार चरणों में होना है। पहले चरण में सचेंडी से मंधना के बीच काम चल रहा है। दूसरे चरण में मंधना से उन्नाव के आटा तक सड़क बननी है। छह लेन की रिंग रोड के निर्माण पर अब कुल खर्च 9482.79 करोड़ रुपये अनुमानित है। रिंग रोड बनने पर नए आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र बसाने का रास्ता खुल जाएगा।
केडीए अपने मास्टर प्लान में इसकी व्यवस्था कर रहा है। इसीलिए भूमि चिन्हांकन प्रक्रिया तेजी से चल रही है। यूपीसीडा इंटीग्रेटेड टाउनशिप की स्थापना में पहल करेगा। केडीए आवासीय टाउनशिप स्थापित करेगा। समग्र विकास समिति समन्वयक नीरज श्रीवास्तव के अनुसार रिंग रोड को एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। रूमा से एयरपोर्ट तक तीन किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी, जिसका सर्वे किया जा चुका है।
जमीनों पर कब्जे की जांच, कई अधिकारी घेरे में
केडीए लगातार अपनी जमीनों की खोजबीन कर कब्जा लेने में लगा है। पनकी, शताब्दी नगर, सुजातगंज, सनिगंवा, बरा सिरोही व मसवानपुर में जमीनों की जांच-पड़ताल हो रही है। कई जगह सामने आया है कि मुआवजा लेने के बाद किसानों ने जमीन बेच दी है। केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल जमीनों की जांच में खास रुचि दिखा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार प्राधिकरण के कई अधिकारी जमीनों पर कब्जे की जांच के घेरे में हैं। उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने बताया कि लैंड बैंक से संबंधित आने वाली शिकायतों को सूचीबद्ध कर जांच कराई जा रही है। सैकड़ों हेक्टेयर जमीन पर कब्जा लिया गया है। प्राथमिकता लोगों को आवासीय योजना देने की है।