Kanpur में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला सिलेंडर...ATS समेत कई जांच एजेंसियां सक्रिय, सुराग देने वाले को मिलेगा बड़ा इनाम
कानपुर, अमृत विचार। शिवराजपुर स्थित बर्राजपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर खाली सिलेंडर मिलने के मामले में एटीएस (आतंक निरोधी दस्ता) ने जांच शुरू की है। एटीएस अफसरों ने गुरुवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। एटीएस के अलावा एसटीएफ, आरपीएफ और जीआरपी ने भी जांच की। धमकी भरा पत्र मिलने से पुलिस का दावा है कि यह शरारत भी हो सकती है। हालांकि साजिश मानते हुए जांच की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने घोषणा की है कि पत्र लिखने वाले और शरारत करने वालों को पकड़वाने में जो मदद करेगा उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। वहीं सूचना देने वाले को एसीपी बिल्हौर के सीयूजी नंबर 9454401465 पर जानकारी देनी होगी।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल के पास जो पत्र मिला है, वह कई और मामलों से जुड़े होने का इशारा कर रहा है। पत्र में किसी गिन्ना और रंजीत का नाम लिखा गया है। पुलिस के अनुसार 20 फरवरी 2019 को कालिंदी एक्सप्रेस के बाथरूम के पास धमाका हुआ था। उसके बाद भी पत्र मिला था, जिसमें भी रंजीत, अमर और गिन्ना का नाम लिखा गया था। रंजीत गिन्ना का बेटा है और अमर उसका ममेरा भाई है। कालिंदी धमाके के मामले में कुछ पता नहीं लगा था, इसलिए फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि गिन्ना मक्का का पुरवा निवासी पुलिस मुखबिर था। आठ नवंबर 2024 को शिवराजपुर के मुंडेरी क्रासिंग के पास ट्रैक पर सिलेंडर मिला था। उस समय भी एक पत्र मिला था। उसमें भी रंजीत और गिन्ना के साथ मोटू उर्फ अनार, अमर सिंह और अंकित का नाम लिखा था। अब फिर सिलेंडर के पास पत्र मिला है, जिसमें भी अमर सिंह, रंजीत और गिन्ना का नाम लिखा है। पुलिस के अनुसार पहले मिले पत्रों की लिखावट की एक्सपर्ट से जांच कराई तो मिलती-जुलती मिली।
ताजा पत्र को भी जांच के लिए हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर और डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना के पीछे किसी शरारती तत्व का हाथ प्रतीत हो रहा है, जो गिन्ना और उसके परिवार को फंसाना चाह रहा है। लेकिन साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता। हर बिंदु पर जांच की जा रही है।
पुराने मामलों का अब तक खुलासा नहीं
बर्राजपुर स्टेशन के पास मंगलवार रात ट्रैक पर खाली छोटा सिलेंडर रखा मिला था। इससे पहले शिवराजपुर की मुडेरी क्रासिंग के पास ट्रैक पर सिलेंडर और पनकी फैक्ट्री एरिया में झांसी लाइन पर लोहे का बोल्डर रखा मिला था। इन मामलों में एटीएस से लेकर पुलिस व की जांच एजेंसियां किसी नतीजे पर नहीं पहुंची हैं।
कानपुर परिक्षेत्र में पहली घटना पनकी फैक्ट्री एरिया में हुई थी। जिसमें झांसी लाइन पर ट्रैक से बांधे गए लोहे के बोल्डर से साबरमती एक्सप्रेस के 22 कोच पटरी से उतर गए थे। इस मामले की जांच चल रही है। इसी तरह कानपुर से प्रयागराज रूट पर प्रेमपुर स्टेशन और गोविंदपुरी यार्ड में ट्रैक पर मिले अग्निशमन यंत्र के मामलों में भी जांच एजेंसियां कुछ हासिल नहीं कर सकी हैं।