बरेली: इंदौर की तर्ज पर अपनी स्मार्ट सिटी में होने वाला है ये बड़ा काम
वार्डों में ही गीले-सूखे कचरे से तैयार कंपोस्ट खाद को बेच भी सकते हैं
बरेली, अमृत विचार। इंदौर की तर्ज पर 14 वार्डों को सफाई के मामले में स्मार्ट बनाने का खाका तैयार कर लिया गया है। वार्डों में जीरो वेस्ट की योजना बनाई गई है। इसके तहत गीले कचरे से कंपोस्ट बनाकर इसका लोगों के घरों के गार्डन में उपयोग किया जाएगा।
कार्ययोजना के अनुसार सबसे पहले नगर निगम नाथ कॉरिडोर के 14 वार्डों में काम शुरू करने जा रहा है। इन वार्डों में जीरो वेस्ट के जानकार इंदौर की तरह कार्य करने की योजना बनाएंगे। जो लोगों को गीले कचरे से खाद बनाने का प्रशिक्षण देंगे। इस खाद का लोग अपने घर के गार्डन में उपयोग करेंगे। अगर किसी के घर में गार्डन नहींं है तो वह एनजीओ के माध्यम से खाद बनाकर बेच सकता है। जानकारों का मानना है कि इससे 14 वार्डों से हर रोज निकलने वाला 100 मीट्रिक टन गीला कचरा डलावघर और डंपिंग ग्राउंड में जाने से बच जाएगा। इसके ले जाने में होने वाले डीजल और मानव श्रम की बचत होगी।
आत्मनिर्भर वार्ड का फार्मूला
अक्टूबर माह में गोवा के पणजी में 100 स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारियों की कार्यशाला हुई थी। इसमें इस योजना को लेकर विस्तार से चर्चा हुई थी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 80 वार्ड में से 14 वार्डों को जीरो वेस्ट वार्ड बनाने की दिशा में काम होगा।
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि पहले चरण में 14 वार्डों को जीरो वेस्ट वार्ड बनाने की तैयारी है। इसके बाद सभी वार्डों में यह काम किया जाएगा। लोगों को भी चाहिए कि इसको लेकर जागरूक रहें। शहर को स्वच्छ बनाने में सहयोग करें।