बदायूं: पारस्परिक स्थानांतरण में पांच साल की अनिवार्यता के विरोध में दिया धरना

बदायूं: पारस्परिक स्थानांतरण में पांच साल की अनिवार्यता के विरोध में दिया धरना

बदायूं, अमृत विचार। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मालवीय अध्यापक आवास गृह पर धरना दिया। अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया को लेकर चर्चा की। कहा कि पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया में पांच साल की अनिवार्यता ठीक नहीं है। शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपकर समस्या के निस्तारण की मांग की।

विद्यालय समय के बाद शिक्षक मालवीय अध्यापक आवास गृह पर एकत्र हुए। धरना को संबोधित करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय प्रचार मंत्री संजीव शर्मा ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे सुदूर जिलों के शिक्षकों ने एकजुट होकर शासन द्वारा निर्गत अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण नीति में स्थानांतरण के लिए पांच साल की अनिवार्यता का विरोध करना चाहिए। संगठन इसका विरोध करता है। कहा कि दूरस्थ जिलों से आकर शिक्षक-शिक्षिकाएं बदायूं में शैक्षिक स्तर को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए लगातार पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे हैं। यह खेद का विषय है कि सरकार पारस्परिक स्थानांतरण पर भी समय बाध्यता थोपेन का कार्य कर रही है। प्रशासन भी जानता है कि पारस्परिक स्थानांतरण से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित नहीं होती लेकिन समय की अनिवार्यता लगाना मानसिक शोषण करना है। जिला मंत्री उदयवीर सिंह यादव ने सेवा अवधि शर्त को शासन की हठर्धमिता बताया। जिला उपाध्यक्ष अनुराग यादव ने कहा कि शिक्षक संघ का गठन शिक्षकों का शोषण रोकने और न्यायोचित मांगों को पूरा कराने के लिए हरसंभव संघर्ष के लिए किया गया है। जिला कोषाध्यक्ष सुशील चौधरी व विकास क्षेत्र उझानी के ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद दीक्षित ने लंबित चयन वेतनमान, एमडीएम खाद्यान्न एवं कंवर्जन कास्ट विद्यालय में वास्तविक व्यय ले आधार पर देने, एक दिवसीय वेतन कटौती को बहाल करने समेत अन्य मुद्दों को भी बीएसए के संज्ञान में लाया गया। बीएसए ने शिक्षकों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया।

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