बदायूं: कागजों में चल रहा अभियान, हकीकत में गोवंश से किसान परेशान

ब्लॉक जगत में नहीं किए गोवंश संरक्षित, फसल कर रहे नष्ट

बदायूं: कागजों में चल रहा अभियान, हकीकत में गोवंश से किसान परेशान

बदायूं, अमृत विचार। शासन के निर्देश पर चलाया जा रहा गौ संरक्षण अभियान केवल कागजों में ही दौड़ रहा है। हकीकत में हर गांव में छुट्टा गोवंश दर्जनों की संख्या में किसानों की फसलों को चट कर रहे हैं। गांव के एक किसान की 10 बीघा सरसों गोवंश ने पूरी तरह चट कर दी। इसके बाद किसान ने सरसों की फसल ट्रैक्टर से पलट दी। परेशान किसान का कहना है कि उसके खेत में गोवंश की वजह से कोई फसल नहीं हो पाती है।

शासन के निर्देश पर सात दिसंबर से 14 दिसंबर तक गौ संरक्षण अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। उक्त निर्देशों के अनुपालन में पशुपालन विभाग ने खाना पूर्ति करनी शुरू कर दी। हर दिन दो चार गोवंश पकड़ कर गोशाला में भेजे गए, जबकि प्रति दिन 400 गोवंश प्रतिदिन संरक्षित करने का आदेश दिया गया था। पशु चिकित्सा अधिकारी कुछ गोवंश को वाहनों में लाद कर फोटो खिचवाते रहे। ब्लॉक जगत में अभियान पूरी तरह फ्लॉप रहा। पूरे ब्लॉक क्षेत्र में दो दर्जन गोवंश ही संरक्षित किए गए, जबकि हजारों की संख्या में छुट्टा गोवंश खेतों में घूम रहे हैं। गांव रसूलपुर निवासी रामनिवास ने ईंट भट्ठे के पास 10 बीघा खेत में सरसों बोई थी। सरसों जैसे ही कुछ बड़ी हुई तो गोवंश ने रात में पूरे खेत की सरसों चट कर दी। ग्रामीणों की सलाह पर रामनिवास ने शुक्रवार को ट्रैक्टर से पूरे खेत की सरसों पलट दी। ब्लॉक जगत के ग्राम कुलचौरा में करीब 500 से अधिक गौवंश हैं, जो हर समय सड़क पर ही बैठते हैं।
छुट्टा गौवंश के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन


क्षेत्र के गांव टिकरा में अस्थाई गौशाला नहीं होने से किसानों में रोष व्याप्त है। शुक्रवार को टिकरा के किसानों ने गौवंश से परेशान होकर प्रदर्शन किया। गांव के सुनील, नन्हे, सतेंद्र, नरेंद्र पाल, पन्नालाल, सत्यवीर, धनपाल, वीरेश अशोक छोटेलाल केपी सिंह, दारा सिंह, चंद्रपाल महेंद्र सिंह, आसाराम अवधेश, सूरज, गिरीश, मोर सिंह, बांकेलाल, भजनलाल ,मोर सिंह जगदीश, बंटू राम औतार, मुकेश, रामवीर,समेत दर्जनभर से अधिक किसानों ने गोवंश को पकड़वाने व अस्थाई गोशाला बनवाने और अभियान चलाकर नाले नालियों की सफाई कराने की मांग की है। किसानों का कहना है इस ग्राम पंचायत में दो गांव टिकरा व बछेली आते हैं, जिसकी आबादी भी खासी है।

गोवंश किसानों के लिए बन रहे मुसीबत
तहसील क्षेत्र के गांव बनबेहटा में छुट्टा गोवंश किसानों को सिरदर्द बने हुए हैं। किसानों की गेहूं की फसल रात में चट कर रहे हैं जिससे किसान बेहद परेशान हैं। गांव बन बेहटा के किसानों का कहना है कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार किसान विरोधी है इसलिए किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। बीडीओ अंबियापुर सतीश कुमार सैनी का कहना है निराश्रित गोवंशीय पशुओं को संरक्षित करने के लिए अभियान चल रहा है। सचिव विनायक आर्य को निर्देशित करता हूं जल्द ही घूम रहे छुट्टा गौवंशीय पशुओं को गौशाला में संरक्षित किया जाएगा।