पीलीभीत: एपीसीसीएफ प्रोजेक्ट टाइगर पीलीभीत पहुंचे, निर्माणाधीन रेस्क्यू सेंटर का लिया जायजा
पीलीभीत, अमृत विचार। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर ने निर्माणाधीन रेस्क्यू सेंटर में कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अभी तक कराए गए कार्यों पर संतोष जताते हुए शेष बचा कार्य निर्धारित अवधि तक पूरा करने के निर्देश दिए।
पूरनपुर तहसील के गांव गोपालपुर के समीप सामाजिक वानिकी प्रभाग की 05 हेक्टेयर भूमि पर आपात स्थिति में रेस्क्यू किए गए बाघ-तेंदुओं को रखने के लिए रेस्क्यू सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। इसको लेकर शासन द्वारा वर्ष 2020 में मंजूरी दी गई थी। करीब 14.33 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रेस्क्यू सेंटर का चार चरणों में कार्य पूरा किया जाना है। शासन द्वारा प्रथम चरण के कार्य के लिए 4.72 करोड़ की धनराशि भेजी गई थी। प्रथम चरण में रेस्क्यू पुनर्वास केंद्र, खाद्य भंडार केंद्र, अस्पताल, टॉयलेट ब्लॉक, बाउंड्रीवॉल, सीवरलाइन आदि का कार्य कराया गया। वर्तमान में दूसरे चरण के लिए आवंटित 4.53 करोड़ से कार्य कराए जा रहे हैं। दूसरे चरण में आवासीय भवन, सब स्टेशन, गार्ड रुम, पोस्टमार्टम रूम आदि का निर्माण कराया जा रहा है। दूसरे चरण का करीब 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इधर सोमवार को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर ललित वर्मा ने गोपालपुर निर्माणाधीन रेस्क्यू सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कराए गए जा रहे कार्यों को देखने के साथ उनकी गुणवत्ता भी परखी। कार्य प्रगति पर संतोष जताते हुए उन्होंने शेष बचे कार्यों को तय सीमा के भीतर पूरा कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह, सामाजिक वानिकी प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार आदि मौजूद रहे।
200 वन वॉचरों व वाहन चालकों को बांटी जैकेट
निरीक्षण के बाद अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर ललित वर्मा मुस्तफाबाद गेस्टहाउस पहुंचे। यहां उन्होंने मां पीताम्बरा ट्रस्ट हरिद्वार के सहयोग से अंबालिका वेलफेयर फाउंडेशन तथा अमरीश शर्मा वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा उपलब्ध कराई गई 200 जैकेट वन वॉचरों एवं सफारी वाहन चालकों को वितरित की। इस दौरान पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह, सामाजिक वानिकी प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार ने भी जैकेट वितरण किया। इस दौरान संस्था के अंबिका मिश्रा एवं निखिल शर्मा जी भविष्य में दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा कर्तनियाघाट आदि में वन एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए कार्य करते रहने का संकल्प लिया।