बदायूं: विहिप के पदाधिकारियों ने किया सूरजकुंड का सर्वे, केंद्र को भेजेंगे रिपोर्ट
सात दिसंबर को सूरजकुंड में जमीन में दबा दी गई थी देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां
बदायूं, अमृत विचार। सात दिसंबर को सूरजकुंड में देवी-देवताओं की मूर्ति जमीन में दबी मिलने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है। विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री व विभाग संगठन मंत्री ने स्थलीय निरीक्षण किया। केंद्रीय पदाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेंगे। विभाग मंत्री ने कहा कि हमारे लिए बुद्ध और महादेव दोनों पूजनीय हैं लेकिन अगर किसी विचारधारा को रखकर अगर कोई देवी-देवताओं का अपमान करता है तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
देवी-देवताओं की मूर्तियां खंडित करने, जमीन में दबाने और ताल में फेंकने की सूचना पर विश्व हिंदू परिषद के जिला स्तरीय पदाधिकारी सात दिसंबर को सूरजकुंड पहुंचे थे और हंगामा किया था। पुलिस के सामने जमीन खोदी तो उसमें से भगवान शिव की मूर्ति, नंदी और शिवलिंग निकला था। पुलिस ने छह लोगों का शांतिभंग में चलान किया था। जिलाध्यक्ष नीरज रस्तोगी ने विश्व हिंदू परिषद के उच्चाधिकारियों को सूचना दी थी। अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं ने मालवीय अध्यापक आवास गृह पर प्रदर्शन किया था। जिसके बाद बुधवार को विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल ने शिष्ट मंडल सूरजकुंड भेजा। संगठन के विभाग मंत्री मानवेंद्र प्रताप सिंह राणा और विभाग संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह सोम सूरजकुंड पहुंचे। स्थानीय पदाधिकारियों से बात की। सूरजकुंड का भ्रमण किया। सतियों के मठ देखे।
विभाग मंत्री मानवेंद्र राणा ने कहा कि बुद्ध और महादेव दोनों ही हमारे लिए पूजनीय हैं लेकिन किसी विचारधारा को रखकर देवी देवताओं का अपमान करता है, मूर्तियों को सीढ़ियों के नीचे गड्ढे में दबाकर सनातन समुदाय को अपमान करने की सोच रखता है या ऐसा करता है तो यह अपराध है। यह बिल्कुल नहीं सहा जाएगा। जरूरत पड़ने पर नाथ संप्रदाय सूरजकुंड पहुंचेगा। विश्व हिंदू परिषद का हिंदूवा सहोदरा सर्वे न हिंदू पेट भवेत्। दीक्षा हिंदू रक्षा सामान्य यानि हमारे लिए सभी हिंदू भाई हैं। सभी हिंदू समान हैं। इसलिए यह सिर्फ और सिर्फ एक सोचा समझा षड्यंत्र का हिस्सा है। कहा कि भगवान को कोई अपमानित करता है या प्रयत्न भी करता है तो विश्व हिंदू परिषद आंदोलन करेगा। जिलाध्यक्ष नीरज रस्तोगी, जिला मंत्री उज्जवल गुप्ता, हरिओम पाठक, नीरज शर्मा, अरविंद शर्मा, अचल सक्सेना, राजीव जौहरी, महेंद्रपाल सिंह, नीरज कोचर, ऋषि वर्मा, राजीव साहू, रचना शंखधार, मणि भदौरिया, राजेश बाबू, शुभम् रस्तोगी, मयूर गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
सरकारी संरक्षण में बनाई जाए समिति
विभाग मंत्री ने कहा कि सूरजकुंड की यह जमीन नागाओं की है व नाथ संप्रदाय की है। यहां भगवान श्रीराम केवट संवाद होकर बनवास का समय व्यतीत होता है। यह सनातनियों की भूमि है। सरकारी संरक्षण में इसपर एक समिति बनाई जानी चाहिए। जिसका संरक्षण किया जाए। यहां बोर्ड लगाया जाएगा। जिसपर किसी भी धार्मिक या किसी संस्स्था का व्यक्तिगत कार्यक्रम न हो। जिससे किसी भी प्रकार की शांतिभंग की समस्या से बचा जा सके। समिति बनने पर कोई भी अपना आधिपत्य नहीं जमा पाएगा और सनातन को अपमानित नहीं कर सकेगे।
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