धूल के गुबार ने बनाया सांस का 'रोगी', पॉलीथिन के चैंबर में कैद हुए कारोबारी

मास्क और इन्हेलर का प्रयोग कर रोजगार करने की मजबूरी

धूल के गुबार ने बनाया सांस का 'रोगी', पॉलीथिन के चैंबर में कैद हुए कारोबारी

लखनऊ, अमृत विचार: आलमबाग का नटखेड़ा बाजार। सड़क पर उड़ता धूल का गुबार। इस धूल ने किसी को सांस का रोगी बना दिया तो किसी की आंखों पर लालिमा उतरने से जलन और खुजली हो रही है। परेशान व्यापारी दिनभर आंखों में आईड्राप डाल रोजगार करने को मजबूर हैं। कई त्वचा के रोगी बन चुके हैं। दुकान और सामान पर मिट्टी की पर्त बन जाती है। नतीजा सामान साफ न देख ग्राहक भी मुंह बनाते हुए आगे निकल जाता है। करीब एक साल से इसी समस्या के बीच व्यापार हो रहा है।

एक तरफ सीवर लाइन गलत तरीके से डाल दी गई जब उसे सीवर के चैंबर से जोड़ने की कोशिश हुई पता चला लाइन तिरछी डाल दी गई है। व्यापारियों और स्थानीय लोगों की नाराजगी के बाद दूसरी तरफ सड़क खोदी गई। लेकिन अब तक ठीक नहीं हुई और न ही सड़क बनाई गई। व्यापारियों ने दुकान के लिए बनाए गए पॉलीथिन के चैंबर में अपने आप को कैद कर लिया है। रविवार को जब आलमबाग स्थित नटखेड़ा रोड स्थित बाजार 'अमृत विचार आपके द्वार' की टीम पहुंची तो नाराज दुकानदारों का हुजूम उमड़ पड़ा।

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पैक की दुकान, फिर भी नहीं निकला हल

व्यापारी इतना परेशान हैं कि दिनभर इन्हेलर का इस्तेमाल करते हैं और मास्क लगा कर दुकानदारी करते हैं। कारोबारी कहते हैं हमें 'दमा' हो गया है। दुकान पॉलीथिन से पैक कर दी है। फिर धूल रास्ता निकाल कर दुकान में आ जाती है। माल बंधा रहता है। लेकिन उस पर भी मिट्टी की पर्त जमा रहती है। इस कारण दिनभर उड़ती धूल के बीच दुकानों पर बैठना और खरीदारी करना मुश्किल है। सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्गों को है। इसीलिए कोई मास्क तो कोई रुमाल बांधकर दुकान पर बैठ रहा है।

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बिना पानी छिड़के हो रहा है काम

नटखेड़ा रोड पर सीवर लाइन के निर्माण से हजारों दुकानदार परेशान हैं। बिना पानी छिड़के सीवर लाइन का कार्य हो रहा है। जगह-जगह खोदी सड़क से दिनभर धूल उड़कर दुकानों और मकानों के अंदर जमती है। सफाई करने के बाद फिर धूल जम जाती है। इससे दुकानदारों का लाखों रुपये का सामान बर्बाद हो चुका है। इस कारण ग्राहकों ने बाजार में आना कम कर दिया है। स्थिति यह है कि उड़ती धूल से सड़क पर सांस लेना तक मुश्किल होता है। फिर भी एक साल से दुकानदार और यहां रहने वाले लोग यह परेशानी झेल रहे हैं।

तिरछी लाइन ढूंढते रहे सड़क खोदते रहे

दुकानदारों ने बताया कि जलकल विभाग ने एक वर्ष पहले नटखेड़ा रोड से जयप्रकाश नगर तक एक किमी. सड़क खोदकर सीवर लाइन डाली थी। यह पाइप लाइन चैंबर से जोड़ना का काम शुरू हुआ तो विभाग लाइनें ढूंढ नहीं पाया। पता चला कि लाइन गलत डाली गई जो तिरछी होने के कारण चैंबर से जोड़ी नहीं जा सकती। इस कारण जगह-जगह सड़क खोदकर लाइनें ढूंढकर सीधी करने में जुट गए। एक साल से इसी तरह लाइन और सड़क खोदने में लाखों रुपये की बर्बादी हो चुकी है और यहां के दुकानदार जर्जर सड़क, जलभराव और उड़ती धूल से निजात नहीं पा रहे हैं। जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे से वाहन आये दिन पलटते हैं।

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जयप्रकाश नगर के एक घर के चक्कर में खोद दी गई पूरी सड़क

नटखेड़ा से लगेके लोग भी परेशान हैं। जयप्रकाश नगर तिराहा के पास गली में एक मकान के सीवर लाइन चोक होने के कारण पूरी गली खोद डाली और 20 दिन से काम अधूरा पड़ा है। गली सकरी है और दूसरा रास्ता नहीं है। हजारों घरों का निकास इसी गली से होता है और लोग गिरकर घायल होते हैं। वहीं, तिराहा के पास मेनहोल भी जानलेवा बना हुआ है।

धंस गई इंटरलॉकिंग, बजबजाती नालियां

जयप्रकाश नगर की अंदर गलियों में बिछी इंटरलॉकिंग टूट गई और कई जगह धंस गई। इस वजह से आये दिन वाहन पलटते हैं। सप्ताह में एक बार सफाई कर्मी आता है। न समय पर झाड़ू लगती न ही नालियों की सफाई होती। कूड़ा भी उठाने कम आते हैं। इस कारण लोग खुद से सफाई कर लेते हैं। सफाई कर्मियों का कहना होता कि उन्हें ओवरटाइम नहीं मिलता है।

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बोले नटखेड़ावासी और कारोबारी

नटखेड़ा रोड की मुख्य सड़क को पिछले एक साल से अधिक समय से खोद दिया गया है। इसके कारण पूरे बाजार में धूल ही धूल भरी है। बाजार में ग्राहक न के बराबर आ रहे है। दुकानों को बाहर से पॉलीथिन से बांधकर बिजनेस करने के लिए मजबूर है।
-विजय मलिक

पूरा बाजार धूल-मिट्टी से भरा हुआ है। काम के दौरान यहां से उठती धूल के कारण कई लोग तो दमे के मरीज हो गये हैं। नगर निगम और जलकल में शिकायत के बाद भी इस रोड पर पानी का छिड़काव तक नहीं किया है।
-सौरभ अग्रवाल

आलमबाग नटखेड़ा रोड कई मुख्य मार्गों को जोड़ता है। इस बाजार में हजारों लोग रोज खरीददारी के लिये आते हैं, लेकिन चारों तरफ उड़ रही धूल उड़ रही है। संबंधित विभाग में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया, कोई नतीजा नहीं निकला।
-मनमोहन सिंह

यहां कई बार सीवर और पानी की लाइन डालने के लिए सड़क को खोदा जा चुका है, लेकिन काम आज तक खत्म नहीं हुआ है। इसके कारण पूरे क्षेत्र में धूल, गंदगी का अंबार लगा हुआ है। समस्या के निदान के लिए सभासद को अवगत कराया।
-रमेश कुकरेजा

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इस क्षेत्र की हालत बद से बदतर हो गई है। यहां हो रहे काम को सिस्टम से नहीं किया जा रहा है। इसके कारण लोगों का व्यापार प्रभावित होने के साथ इलाके में चारों तरफ गंदगी और धूल भरी हुई है। क्षेत्र में पानी का छिड़काव तक नहीं किया गया।
-नरेंद वर्मा

क्षेत्र में सफाईकर्मी कभी-कभार ही दिखते हैं। गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां बजबजा रही हैं। क्षेत्र में मच्छरों का आंतक है। समस्या के निवारण के लिए सभासद और नगर निगम दोनों जगहों पर शिकायत की। अब उनके हल होने का इंतजार कर रहे हैं।
-विवेक सक्सेना

आलमबाग के जयप्रकाश नगर में समस्याओं का अंबार है। सड़क पर कूड़ा पड़ा रहता है, नालियों की सफाई कभी नहीं होती है। सभासद से इन समस्याओं को दूर करने के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं, नतीजा कुछ नहीं निकला।
-कुलवंत सिंह

नटखेड़ा में चल रहे कार्य के कारण चारों तरफ गंदगी और मिट्टी की परतें फैली हैं। जलकल विभाग की ओर से पानी का छिड़काव तक नहीं किया जा रहा है। यहां के लोग खुद ही पानी का छिड़काव कर अपनी दुकान का सामान खराब होने से बचा रहे है।
-दयानंद मिश्रा

यहां की बदहाल सड़क में फंसकर कई बार लोग गिरकर चोटिल तक हो चुके हैं। अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इसके कारण यहां चोरी की आंशका बनी रहती है। सभी संबंधित विभाग में समस्या के निदान के लिए दौड़ लगा चुके है।
-अभय मिश्रा

इस क्षेत्र की मुख्य समस्या तो धूल ही है। इसके कारण हम लोग मास्क लगाने को मजबूर हो गये है। यहां काम तो सरकारी विभाग करा रहा है,लेकिन उनसे होने वाली समस्याओं के समाधान नहीं कर रहा है। लंबे समय तक धूल के बीच रहना लोगों को बीमार बना रही है।
-अजय अग्रवाल

बाजार में खुदी सड़कों के कारण हम लोग बीमार हो चुके हैं। सांस की बीमारी आम हो चुकी है। उड़ती धूल के कारण कई लोगों को सांस फूलने की समस्या हो गई है। समस्या के निदान के लिए सभासद को बताया गया है।
-रेखा अग्रवाल

चारों तरफ उड़ रही धूल के कारण पूरा क्षेत्र रेगिस्तान में उठे बवंडर जैसा दिखता है। धूल की पर्त हर जगह देखने को मिलेगी। लोग इस मार्केट में खरीदारी करने से बच रहे हैं। व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।
-उत्कर्ष शुक्ला

धूल, मिट्टी के कारण दुकान में बैठना मुश्किल हो गया है। पॉलीथिन डालकर दुकान में रखे सामान को बचाने के लिए मजबूर हैं। जलकल विभाग को पानी के छिड़काव के लिए गुहार लगाई, नतीजा कुछ भी निकला।
-आदेश सोनकर

सड़क की खुदाई के कारण पूरी बाजार में धूल का फैली हुई है। सामान के खराब होने के कारण आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। संबंधित सभी विभाग में शिकायत कर चुके हैं, कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया।
-शादाब

अमृत विचार आपके द्वार की टीम: प्रशांत सक्सेना, नीरज, अभिषेक, छायाकार प्रमोद शर्मा

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