Bareilly: कैसे बढ़े हाउस टैक्स जमा करने की रफ्तार? अफसरों के हाथ-पांव फूले
बरेली, अमृत विचार : तमाम कोशिशों के बावजूद हाउस टैक्स की अदायगी की रफ्तार न बढ़ने से नगर निगम के टैक्स विभाग के अफसरों के हाथ-पांव अब फूलने लगे हैं। उन्हें अब शासन से जवाबदेही तय किए जाने की आशंका परेशान करने लगी है। इसी वजह से मुख्य कर निर्धारण अधिकारी की ओर से जीआईएस सर्वे के जरिए पहली बार टैक्स के दायरे में आए लोगों को चेतावनी जारी की है कि इस महीने बिल का भुगतान न करने पर उन पर तबसे टैक्स लागू किया जाएगा, जब उनका भवन बना था। बड़े बकायादारों पर भी सख्ती की योजना बनाई जा रही है।
वित्तीय वर्ष के अब सिर्फ चार महीने बचे हैं लेकिन इसके बावजूद स्थिति यह है कि नगर निगम अब तक सिर्फ 25 प्रतिशत हाउस टैक्स की वसूली कर पाया है। इसी वजह से शासन ने उसे ई श्रेणी में रखा है, पिछले दिनों अधिकारियों को चेतावनी भी जारी की जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। हाउस टैक्स की मद में सबसे ज्यादा पैसा बड़े टैक्सदाताओं के पास तो दबा ही हुआ है, उन लोगों पर करोड़ों का बकाया है जो जीआईएस सर्वे के बाद पहली बार टैक्स के दायरे में लिया गया है। टैक्स विभाग के मुताबिक ऐसे करीब 50 हजार नए भवनस्वामी हैं, जो जीआईएस सर्वे के बाद टैक्स के दायरे में आए हैं। इनमें से अधिकांश ने अब तक हाउस टैक्स जमा नहीं किया है।
हालत यह है कि हाउस टैक्स की मद में अब तक सिर्फ 25 करोड़ रुपये जमा हो पाए हैं जबकि लक्ष्य सौ करोड़ से ज्यादा का है। टैक्स विभाग के मुताबिक करीब तीन हजार ऐसे भवनस्वामी है, जिन पर एक लाख रुपये से ज्यादा का बकाया है। इनमें कई भवन तो ऐसे हैं, जिन पर करोड़ों का टैक्स बकाया है। इन दोनों श्रेणी के भवनों से टैक्स न मिलने से विभाग की हालत लगातार पतली होती जा रही है।
बता दें कि जीआईएस सर्वे के बाद अप्रैल, मई और जून में हाउस टैक्स की अदायगी लगभग शून्य रही थी। यही तीन महीने तक टैक्स जमा न होना अब विभाग को सबसे ज्यादा भारी पड़ रहा है। इसके बाद बिल की गलतियों पर आपत्तियों की भरमार से परेशान लोगों ने टैक्स जमा करने से हाथ खींच लिए। टैक्स विभाग में अब तक आठ हजार आपत्तियां आई हैं। अब भी भारी संख्या में लोग अपने बिल सुधरवाने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं।
योजना तैयार, अगले महीने से की जाएगी सख्ती
बरेली, अमृत विचार: जनवरी से हाउस टैक्स विभाग सख्ती करने की योजना तैयार की है। इसके तहत सबसे ज्यादा नुकसान 50 हजार उन भवनस्वामियों को होगा, जो नए टैक्स दाता है। अभी उनको छूट दी जा रही है कि वे पिछले साल और वर्तमान का टैक्स देकर बकाया से मुक्त हो सकते हैं लेकिन जनवरी से विभाग इनकी जांच कराएगा कि उनका भवन कितना पुराना है। फिर उनसे तभी से टैक्स वसूल किया जाएगा। ऐसे भवनस्वामियों की सूची की पड़ताल शुरू कर दी गई है।
बड़े बकायादारों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई होगी तेज
एक लाख से ज्यादा के बकायादारों के खिलाफ पिछले महीने ही नगर निगम के अफसरों ने बकाया अदा न करने पर कुर्की की कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी लेकिन अब तक इस कार्रवाई ने रफ्तार नहीं पकड़ी है। ऐसे हजारों बकायादार होने के बावजूद टैक्स विभाग ने अभी सिर्फ राजेंद्र नगर के आठ लोगों को कुर्की का नोटिस देते हुए बकाया अदा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था। इनमें से चार लोगों ने हाउस टैक्स जमा कर दिया है। इसके अलावा सिर्फ एक होटल कुर्क कर सील किया गया है। अभी और कुर्की के नोटिस नहीं दिए गए हैं। अब टैक्स विभाग की योजना है कि कुर्की की नोटिस जारी करने में तेजी लाई जाए। अगले महीने से हर सप्ताह कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
नए भवनस्वामी अगर इस महीने में हाउस टैक्स जमा नहीं करते है तो अगले महीने से उन पर तबसे टैक्स लगाया जाएगा, जब से उनका भवन बना होगा। कुर्की की कार्रवाई चलती रहेगी। कुछ भवन चिह्नित किए गए हैं, उनको नोटिस भेजे जा रहे हैं- प्रदीप कुमार मिश्र, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी।
यह भी पढ़ें- बरेली: रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए 12 साल बाद चुनाव, तीन दिन होगा मतदान