कानपुर में केडीए नए जुड़े गांवों में विकास का खाका खींचेगा: अवैध निर्माण और सोसायटी क्षेत्रों पर लगेगी लगाम
आवासीय-व्यावसायिक योजना बनाने में केडीए को मिलेगी मदद
कानपुर, अमृत विचार। केडीए की सीमा विस्तार होने के बाद हाईवे से सटे गांवों में तेजी से विकास कार्य हो सकेंगे। शहर की तरह केडीए नए जुड़े गांवों में भी नई योजनाओं का खाका खींचेगा। 80 गांवों के जुड़ने से केडीए की सीमा जहां एक ओर बिल्हौर से मैथा और अकबरपुर तक बढ़ गई है तो दूसरी ओर नर्वल के गांव भी केडीए की सीमा में आ गए हैं।
अब इन क्षेत्रों में भी केडीए नियोजित विकास का रास्ता तैयार करने में जुट गया है। अब केडीए की अनुमति के बिना कोई निर्माण कार्य नहीं हो सकेंगे। केडीए के नक्शा पास करने के बाद ही यहां निर्माण होगा। इससे अवैध निर्माण पर लगाम कसेगी वहीं बढ़ रही सोसाइटियों पर भी रोक लगेगी।
यूपी कैबिनेट ने पिछले दिनों जिन 80 गांवों को कानपुर विकास प्राधिकरण की सीमा में जोड़ने का प्रस्ताव पास किया है, उनमें सबसे ज्यादा 38 गांव बिल्हौर के हैं। नर्वल के 17, मैथा के 13, अकबरपुर के 10 व सदर के दो गांव हैं।
बिल्हौर के गांवों में अमिलिहा, आलमपुर, इटरा, इंदरलपुर जुगराज, उमरी, कुर्मीखेड़ा कलां गजेनपुर, गोगूमऊ, गोविंदेपुर, चककाजी अलिहा, चक गोविंदेपुर, चक बेचा, चक हजरतपुर, चौधरीपुर, चौबेपुर पक्खन, ताजपुर, तिघरा, दरियापुर बिठूर, दिलावरपुर टोसवा, देवपालपुर, नादूपुर, नाथूपुर, पचोर, पीरकपुर, पूरा गनू, विशुनपुर, बूढ़नपुर, बैदानी, भवानीपुर, भिखारीपुर, मकरंदपुर, मालौ, रायगोपालपुर, रायपुर किशोर सिंह, रुद्रापुर, सराय छीतम, हरदासपुर, ह्रदयपुर मजरा, गोगूमऊ व पूरा सुबंश हैं।
कानपुर सदर के हरदौली व टीकर मघई गांव हैं। केडीए के अधिकारियों के अनुसार कानपुर के विकसित क्षेत्रों से सटे गांव व नये क्षेत्रों में विकास के लिये पहल की जाएगी।
नर्वल के ये गांव शामिल
अमौर, कुंदौली, चिरली, तरगांव नर्वल, तेलियावर, बेहटा गंभीरपुर, रसूलपुर जाजमऊ, राजेपुर, लक्ष्मनखेड़ा, साढ़, सेमरा, बड़ा गांव, कुशमरा, महोली, नागवां गौतम, पुरवामीर, सिकठिया व तिवारीपुर सलेमपुर।
अकबरपुर के ये हैं गांव
गोईनी, फतेहपुर रोशनाई (पार्ट), रायपुर कुकहट (पार्ट), लोदीपुर (पार्ट) , शेरपुर तरौदा (पार्ट), किसरवल चिरौरा (पार्ट), देवकली, धन्जुवा (पार्ट), बिसायकपुर (पार्ट), मुबारकपुर लाटा (पार्ट)।
मैथा के ये गांव शामिल
खरकपुर बिठूर, चक टोडपुर, चक रतनपुर, टोडपुर, ढिकिया, पिटरापुर, भाऊपुर, मलिकपुर, रास्तपुर, रंजीपुर, शेखपुर, सिंहपुर दिवनी, हृदयपुर प्रतापपुर।
केडीए की सीमा में नए गांव शामिल होने से विकास का एक आधार मिला है। यहां अब नई आवासीय योजनाओं के साथ ही व्यवसायिक योजना लाने की तैयार है।- मदन सिंह, केडीए उपाध्यक्ष