Kanpur: आईआईटी में कृषि में ड्रोन के उपयोग का दिया गया प्रशिक्षण, विभिन्न अफ्रीकी और एशियाई देशों के प्रतिभागी हुए शामिल
कानपुर, अमृत विचार। कृषि के लिए अनुकूल ड्रोन को डिजाइन करने, बनाने और उड़ाने के कौशल से आईआईटी व एएआरटीडीओ प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न अफ्रीकी और एशियाई देशों के 13 प्रतिभागी शामिल हुए हैं।
आईआईटी में मंगलवार को अफ्रीकी-एशियाई ग्रामीण विकास संगठन (एएआरडीओ) के सहयोग से 23 नवंबर तक चलने वाले एग्रीकल्चर प्रैक्टिस यूजिंग ड्रोन पर अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। आईआईटी में डीन ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन प्रो.बुशरा अतीक ने कृषि में ड्रोन की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया।
उन्होंने आईआईटी की सक्रिय अंतरराष्ट्रीय भागीदारी के संबंध में बताया कि कैसे इस तरह के सहयोगी उपक्रम वैश्विक कृषि चुनौतियों के लिए उन्नत तकनीकी समाधान प्रस्तुत करते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो.बिशाख भट्टाचार्य ने कृषि नवाचारों को बढ़ावा देने में आईआईटी की पहल की सराहना की, कहा कि टिकाऊ खेती के तरीकों में ड्रोन के उपयोग से काफी लाभ होगा।
उन्होंने आरयू टैग पहल के माध्यम से इस क्षेत्र में सुलभ ज्ञान को आगे बढ़ाने में प्रो.जे रामकुमार और उनकी टीम की भूमिका को सराहा। प्रो.जे रामकुमार के मुताबिक यह पाठ्यक्रम कृषि ड्रोन के उपयोग के प्रमुख क्षेत्रों को कवर करेगा, जिसमें सटीक फसल निगरानी, मृदा स्वास्थ्य मूल्यांकन, कीट नियंत्रण और स्मार्ट सिंचाई शामिल है।