लखनऊः निजी अस्पताल में नेपाली बच्चे की मौत, लापरवाही का आरोप
बालागंज के निजी अस्पताल की घटना, गंभीर हालत में दूसरे अस्पताल में किया था रेफर
लखनऊ, अमृत विचार: हरदोई रोड बालागंज स्थित एक निजी अस्पताल में नेपाली बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को एक बिचौलिए के माध्यम से भर्ती कराया गया था। आरोप है कि मरने के बाद भी बच्चे की हालत गंभीर बताते हुए दूसरे अस्पताल भेज दिया। जहां डॉक्टरों ने जांच कर बच्चे को मृत बताया। उसके बाद से चालक एंबुलेंस अयोध्या रोड पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने नेपाली परिवार की मदद की। पीड़ित पिता की ओर से सीएमओ को पूरे मामले की लिखित शिकायत की गई है।
नेपाल के फाटाबंद समिति कंचनपूर निवासी टेक कूंवर के मुताबिक उनके आठ वर्षीय बच्चे का सड़क हादसे में पैर टूट गया था। नेपाल के माया मेट्रो हॉस्पिटल से सोमवार को हरदोई रोड बालागंज स्थित ईवा अस्पताल लाया गया। यहां उसे भर्ती कर लिया गया। टेक कूंवर का आरोप है कि उन्हें इस ईवा अस्पताल में राजू नाम का बिचौलिया लेकर पहुंचा था। इस अस्पताल में रात भर उन लोगों को बच्चे से मिलने नहीं दिया गया। न ही स्वास्थ्य के बारे में कुछ जानकारी दी गई। आरोप है कि मंगलवार सुबह ईवा अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे की हालत नाजुक बताते हुए बेहोशी की हालत में रेफर कर दिया। आरोप है कि वहां से एंबुलेंस वाला उन लोगों को लेकर लखनऊ में कई जगह घंटों घुमाता रहा। फिर अयोध्या रोड स्थित देविना अस्पताल के बाहर पहुंचा। देविना अस्पताल में डॉक्टर ने बच्चे को मृत बताया। यह सुनते ही परिवारीजन बिलखने लगे।
बच्चे की मौत खबर मिलते ही चालक एंबुलेंस वैन नंबर (यूपी 32 ईएन 9373) को अयोध्या रोड पर ही छोड़कर फरार हो गया। काफी देर तक टेक कूंवर अपने बच्चे का शव लेकर एंबुलेंस में बैठे रहे। राहगीरों से गुहार लगाई। इस पर स्थानीय पुलिस ने पहुंचकर टेक कूंवर की मदद की। वैन पर एसके एंबुलेंस लिखा हुआ है। पुलिस पड़ताल कर रही है। उधर पीड़ित पिता की ओर से सीएमओ को ईवा अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत भी की गई है।
पीड़ित की शिकायत मिली है। जांच कमेटी गठित कर दी गई है। ईवा अस्पताल के संचालक को नोटिस भेजने की कार्रवाई की जा रही है। मृत मरीज के दस्तावेज मंगाए जाएंगे। लापरवाही की पुष्टि होने पर कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. एपी सिंह, नोडल प्राइवेट नर्सिंग होम
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