बरेली: वाटर पार्क में बेहोश होकर गिरी छात्रा ने तोड़ा दम

अंजलि के अंतिम शब्द... मां मैं पहुंच गई, चिंता न करना

बरेली: वाटर पार्क में बेहोश होकर गिरी छात्रा ने तोड़ा दम

बरेली, अमृत विचार। हल्द्वानी से पिकनिक मनाने बरेली आए केवीएम पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों के साथ यहां बड़ा हादसा हो गया। वाटर पार्क में मस्ती के दौरान 12वीं की एक छात्रा स्विमिंग पूल में बेहोश होकर गिर गई। उसे पीलीभीत बाईपास पर एक अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से इन्कार कर दिया। गंभीर हालत में वापस हल्द्वानी ले जाते समय छात्रा ने दम तोड़ दिया। छात्रा की मां ने स्कूल के शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।

पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार को हल्द्वानी के हीरानगर इलाके में स्थित केवीएम स्कूल के नौंवी से 12वीं तक के 250 बच्चों को चार बसों में स्कूल की ओर से पिकनिक मनाने के लिए बरेली के फन सिटी में लाया गया था। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे करीब हल्द्वानी की नैनी व्यू कॉलोनी जयसिंह भगवानपुर में रहने वाली 12वीं की छात्रा अंजलि रावत स्लाइडिंग स्वीमिंग पूल के पास अचानक बेहोश होकर पानी में गिर गई। स्कूल की उप प्रधानाचार्य एकता शाह, शिक्षक रमेश चंद्र गुररानी और रेनू कोलिया दूसरी छात्राओं की मदद से अंजलि को बाहर निकालकर पीलीभीत रोड पर ही एक निजी अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर उसे भर्ती करने से इन्कार कर दिया।

शिक्षकों के मुताबिक उन्होंने अंजलि के परिजनों से बात की और उनकी सहमति पर अंजलि को हल्द्वानी भेज दिया। रास्ते में अंजलि ने दम तोड़ दिया। इंस्पेक्टर इज्जतनगर धनंजय पांडेय ने बताया कि घटना होने के बाद स्कूल के बच्चों और शिक्षकों के बयान लिए गए हैं। पता चला है कि छात्रा बेहोश हो जाती थी। वाटर पार्क में भी बेहोश होकर पानी में गिरने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। स्कूल वाले उसे हल्द्वानी ले गए थे।

मां ने कहा- लापरवाही से हुई बेटी की मौत
अंजलि रावत के पिता राजेंद्र सिंह रावत सेना में हवलदार हैं और उनकी तैनाती शाहजहांपुर में है। अंजलि घर पर मां सरिता और छोटे भाई के साथ रहती थी जो केवीएम पब्लिक स्कूल में ही कक्षा दो में पढ़ता है। सरिता ने बताया कि उनकी बेटी कभीकभार बेहोश हो जाती थी लेकिन बीमार नहीं थी। वह घर से स्कूल तक ऑटो से गई थी और स्कूल पहुंचने के बाद फोन पर उन्हें जानकारी भी दी थी। उन्होंने कहा कि बेटी की हालत पर ध्यान दिया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। बुरी तरह बिलखते हुए सरिता ने कहा कि उनके पति राजेंद्र सिंह रात में किसी वक्त हल्द्वानी पहुंच जाएंगे। सुबह वह बेटी के शव का पोस्टमार्टम कराएंगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई करेंगी।

अंतिम शब्द... मां मैं पहुंच गई, चिंता न करना

सरिता ने बताया कि उनकी बेटी ने करीब 3 बजे उन्हें फोन किया था। बोली, मम्मी मैं फनसिटी पहुंच गई हूं, रात में किसी वक्त हम लोग लौटेंगे, आप चिंता न करना। इसके बाद करीब 3.45 बजे बेटी की हालत खराब होने की सूचना मिली। कुछ देर बाद बताया गया कि वह अब बेटी दुनिया में नहीं रही।