तारिख पर तारिख, तारिख पर तारिख... दो महीने से नहीं हो पाई भवन की जांच, गुणवत्ता रिपोर्ट का इंतजार

गुजरात से नहीं आई फोरेंसिक टीम की परीक्षण रिपोर्ट

तारिख पर तारिख, तारिख पर तारिख... दो महीने से नहीं हो पाई भवन की जांच, गुणवत्ता रिपोर्ट का इंतजार

लखनऊ, अमृत विचार: ट्रांसपोर्ट नगर में गिरी तीन मंजिला बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिजाइन के मुताबिक बनी थी या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। क्योंकि मलबे में तब्दील हुई बिल्डिंग के कारण स्ट्रक्चर की जांच नहीं हो पाई। अब हादसे की वजह निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर टिकी है। इसके सैंपलों का नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधी ग्राम, गुजरात की टीम ने लगभग परीक्षण कर लिया और अब रिपोर्ट का इंतजार है।

7 सितंबर को ट्रांसपोर्ट नगर में गिरी तीन मंजिला बिल्डिंग की जांच शासन स्तर से गठित कमेटी ने की थी। साथ ही स्ट्रक्चर व निर्माण की गुणवत्ता संबंधित जांच गुजरात गांधी ग्राम की नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी से कराई गई थी। शुरुआती जांच में मानक विपरीत निर्माण और उसमें प्रयुक्त बीम, सरिया, कॉलम आदि में गड़बड़ी सामने आई थी। कमेटी ने घटिया सामग्री के इस्तेमाल से बिल्डिंग गिरने की संभावना जताई थी लेकिन, मौके पर मलबा होने के कारण यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि बिल्डिंग कैसी बनी थी। यानि कंस्ट्रक्शन डिजाइन के अनुसार निर्माण कराया गया या नहीं। फिलहाल फोरेंसिक टीम तीन दिवसीय जांच के दौरान बीम, सरिया, लोहे के एंगल, छत के टुकड़े आदि के सैंपल परीक्षण के लिए लेकर गई थी। जिससे निर्माण सामग्री की गुणवत्ता का पता चल सके। इसका अध्ययन करने के एक माह बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण से इन्हीं के कुछ और सैंपल मंगाए थे। जिनका लगभग परीक्षण हो गया है। फोरेंसिक टीम अपनी रिपोर्ट भेजेगी। इससे हादसे की वजह साफ होगी। इसके बाद शासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।

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