काशीपुर: पिछले साल की तुलना में इस दीपावली में अधिक प्रदूषित हुई हवा
काशीपुर, अमृत विचार। इस साल दीपावली पर बाजारों में लोगों की अच्छी भीड़ लगी रही। लोगों ने उत्साह के साथ दीपावली में धूम मचाने के लिए पटाखों की अच्छी खासी खरीदारी भी की। जिसका असर दीपावली एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) में साफ दिखाई दिया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा में प्रदूषण की मात्रा 300 से अधिक एक्यूआई दर्ज की, जबकि विगत वर्ष दीपावली के दिन 268 एक्यूआई दर्ज किया गया था।
इस वर्ष काशीपुर में 31 अक्टूबर को दीपावली का पर्व मनाया गया। इस दौरान उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को दीपावली के 24 घंटे का औसत एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) में 324 दर्ज किया गया, जबकि विगत वर्ष दीपावली के दिन प्रदूषण बोर्ड ने काशीपुर का औसत एक्यूआई 268 दर्ज किया था। जो इस वर्ष की तुलना में 56 पॉइंट तक कम है। वहीं इस वर्ष हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण बोर्ड भी हैरत में है।
वायु प्रदूषण ये हो सकती हैं बीमारियां
काशीपुर सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों से मिली जानकारी के अनुसार, बढ़ते प्रदूषण के संपर्क में आने से लोगों को सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। बताया कि गले में खराश, खांसी, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और एलर्जी आदि बीमारियां हो सकती हैं। खासतौर पर, जिन लोगों को पहले से ही सांस से संबंधित कोई बीमारी है, उन्हें प्रदूषण के कारण और भी ज्यादा परेशानी हो सकती है।
नहीं आया लोगों को जागरूक करने का अभियान काम
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहली बार लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने के लिये आठ रिक्शे और एक छोटी हाथी (वाहन) मुनादी के लिये लगाया था। जिसमें लोगों से दीप जलाकर और ऐसे पटाखों का प्रयोग करने की अपील की थी जो न तो ज्यादा शोर वाले हो ना ही प्रदूषण फैलाने वाले, बावजूद इसके प्रदूषण का आंकड़ा बताता है कि लोगों ने इसे नजर अंदाज कर दिया।
यह है एक्यूआई का मानक
शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को अच्छा, 51 से 100 के बीच को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच को मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, 401 से 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर एक्यूआई को बेहद गंभीर माना जाता है।
विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष दीपावली के दिन एक्यूआई 56 पॉइंट तक बढ़ा है। जो कि चिंताजनक है। लोगों से प्रदूषण कम करने की अपील की जा रही है।
-नरेश गोस्वामी, क्षेत्रीय अधिकारी, पीसीबी
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