पीलीभीत: मेडिकल स्टूडेंट्स को समर्पित हुआ इस रिटायर्ड एलआईयू इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर

मेडिकल कॉलेज को देहदान मुहिम के तहत मिला पहला शरीर

पीलीभीत: मेडिकल स्टूडेंट्स को समर्पित हुआ इस रिटायर्ड एलआईयू इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर

पीलीभीत, अमृत विचार। सुग दधीचि देहदान अभियान का विस्तार करते हुए कानपुर के सेंगर दंपति की ओर से तराई में की गई पहल रंग लाई है। इसके तहत पीलीभीत मेडिकल कॉलेज को एक शरीर मुहैया कराया गया है। ये देह कानपुर के ही रहने वाले सेवानिवृत्त एलआईयू इंस्पेक्टर का है। सेंदर दंपति खुद ही देह लेकर पीलीभीत मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीते दिनों उनकी ओर से किए गए वादे को पूरा करने की शुरुआत कर दी गई है। अब पूर्व पुलिस अधिकारी का देह भी देश को समर्पित किया गया है।

दरअसल करीब इक्कीस साल पहले कानपुर से युग दधीचि देहदान अभियान की शुरुआत कानपुर के रहने वाले मनोज सेंगर और उनकी पत्नी माधवी सेंगर की ओर से की गई थी। जिसका प्रदेश भर में विस्तार किया जा रहा है। इसे लेकर पीलीभीत मेडिकल कॉलेज में एक अक्टूबर को प्रेसवार्ता आयोजित की गई थी। इसी दौरान सेंगर दंपति ने जल्द पीलीभीत मेडिकल कॉलेज के लिए देहदान कराने का वादा किया था। इसी क्रम में गुरुवार को पीलीभीत मेडिकल कॉलेज को अध्ययन के लिए पहली देह कानपुर से लाकर सेंगर दंपति ने समर्पित की। ये देह कानपुर के दीनदयाल नगर के रहने वाले 88 वर्षीय रामप्यारे शुक्ला पुत्र वंशीधर शुक्ला का है, जोकि सेवानिवृत्त एलआईयू इंस्पेक्टर थे। शाम करीब चार बजे सेंगर दंपति पीलीभीत मेडिकल कॉलेज पहुंचे और पीलीभीत मेडिकल कॉलेज की एनाटॉमी हेड डा. अर्चना सिंह ने अपने सहयोगियों डा. फरीद एवं अन्य छात्र छात्राओं की उपस्थिति में पार्थिव देह को सम्मान सहित स्वीकार किया। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डा.संगीता अनेजा ने देहदानी परिवार एवं सेंगर दंपति का आभार जताया। सेंगर दंपति ने ये भी बताया कि देहदान अभियान के अंतर्गत यह 290 वीं देहदान कराई गई है। जिससे अब मेडिकल के छात्र छात्राओं को पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी।

रामप्यारे ने 2011 में किया था देहदान का संकल्प
कानपुर के दीनदयाल नगर के रहने वाले सेवानिवृत्त एलआईयू इंस्पेक्टर रामप्यारे शुक्ला ने जनवरी 2011 में देहदान का संकल्प किया था। 16 अक्टूबर की शाम को उनका निधन हो गया। निधन होने पर उनकी पुत्री गीता बाजपेई ने मनोज सेंगर को सूचना देकर देहदान संकल्प पूरा कराने का आग्रह किया। इस पर अभियान की महासचिव माधवी सेंगर ने देह को पीलीभीत ले जाने का निश्चय किया। अभियान प्रमुख मनोज सेंगर ने बुधवार रात को ही देहदान के आवश्यक पत्रक तैयार किए। फिर गुरुवार सुबह करीब नौ बजे कानपुर से चलकर शाम चार बजे पीलीभीत मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे।