कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...डीएनए जांच रिपोर्ट के इंतजार में उलझा मृत्यु प्रमाण पत्र

दर-दर भटक रहा है महिला अधिवक्ता का पति

कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...डीएनए जांच रिपोर्ट के इंतजार में उलझा मृत्यु प्रमाण पत्र

कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड के मामले में पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है। इधर अधिवक्ता के परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत है। प्रशासन मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहा है। इस बीच महिला अधिवक्ता के पति ने डीएम से मुलाकात की। तब स्पष्ट हुआ कि जब तक डीएनए रिपोर्ट नहीं आयेंगी, तब तक मृत्यु प्रमाण जारी नहीं हो सकेंगा।
 
महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर बीते दिन सितंबर को न्यायालय के मुख्य द्वार से लापता हो गईं थीं। उनका शव चार सितंबर की देर शाम गोरहा के गांव रजपुरा के समीप नहर में मिला था। उसके बाद शव का पोस्टमार्ट कराया गया। शव की शिनाख्त को लेकर सवाल उठने लगे। जब मामला काफी तूल पकड़ गया तो, पुलिस ने मृतक अधिवक्ता के डीएनए संकलित नमूने और उनकी मां के नमूने लेकर डीएनए जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे, लेकिन 28 दिन बाद भी डीएनए रिपोर्ट पुलिस प्रशासन को नहीं मिल सकी है। रिपोर्ट न मिलने को लेकर अब मृत्यु प्रमाण पत्र भी उलझ गया है। मृतका के पति ने डीएम मेधा रूपम से मुलाकात की। तब स्पष्ट हुआ कि जब तक डीएनए रिपोर्ट नहीं आयेगी, तब तक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सकेगा। 

न शस्त्र लाइसेंस मिल रहा और न ही हो रहा खुलासा
पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में लचर व्यवस्था अपना रही है, न तो शस्त्र लाइसेंस जारी किया जा रहा है और न ही घटना का सही खुलासा हो पा रहा है। धीमें धीमें मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

क्या बोले महिला अधिवक्ता के पति
मृतक महिला अधिवक्ता के पति बृजतेंद्र तोमर ने अमृत विचार से वार्ता की स्वत: ही फोन पर बताया कि प्रशासन और पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। न लाइसेंस जारी हो रहा है, न मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो रहा है। डीएनए रिपोर्ट का कुछ पता नहीं चल रहा। सिर्फ झूठा आश्वासन दिया जा रहा है।

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