भेंड नहलाने गए दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मचा कोहराम : घूरपुर के चिल्ली चकिया गांव की घटना

भेंड नहलाने गए दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मचा कोहराम : घूरपुर के चिल्ली चकिया गांव की घटना

बारा, प्रयागराज/ अमृत विचार: घूरपुर क्षेत्र के चिल्ली चकिया गांव में रविवार सुबह भेड़ को नहलाने गए दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची घूरपुर पुलिस लोगों की मदद से दोनों बच्चों को तालाब से निकलवाकर पास के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम छा गया।

घूरपुर के ललसहिया गांव के रहने वाले लाल बहादुर पाल भेड़ पालक हैं। उसका 17 वर्षीय बेटा अतुल कुमार पाल कक्षा 11वीं में पढ़ता था। रविवार सुबह अतुल पड़ोस के रहने वाले रवि प्रजापति 13 वर्ष पुत्र रामनरेश जो कक्षा सातवीं का छात्र था। दोनों साथ में चिल्ली गांव चकिया में एक तालाब पर अपनी भेड़ नहलाने के लिए गए थे। उसी दरमियान अतुल की भेंड तालाब में आगे जाने लगी। भेंड को बाहर निकालने के लिए तालाब में आगे बढ़ा और वह अचानक गहरे पानी में चला गया। जिससे वह डूबने लगा। अतुल को डूबता देख रवि उसे बचाने के लिए पानी में कूद गया और देखते ही देखते दोनों गहरे पानी में समा गए। तालाब के दूसरे घाट पर मौजूद एक युवक ने दोनों को पानी में डूबता देखा तो शोर मचाते हुए ग्रामीणों को बताया। धीरे-धीरे ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। सूचना पर घूरपुर पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से डूबे बच्चों के शवों को निकलवा कर पास के अस्पताल में भेज दिया, जहां डाक्टरों ने दोनो को मृत घोषित कर दिया।

बड़े बेटे की मौत भी तालाब में डूबने से हुई थी 

 लालबाबू पाल भेड़ पालक है। उसके बड़े बेटे आशीष पाल की 10 साल पहले राजापुर गांव के सामने तालाब में डूबने से मौत हो गई थी। उसका इकलौता बेटा अतुल ही बचा था। जबकि रामनरेश प्रजापति राजमिस्त्री का काम करते हैं। दो बेटों में रवि दूसरे नंबर का लड़का था और वह जसरा स्थित एक विद्यालय में कक्षा सातवीं का छात्र था। दो बच्चों की अचानक हुई मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है