प्रयागराज: पूर्व भाजपा विधायक नीलम करवरिया का हुआ अंतिम संस्कार, शव यात्रा में उमड़ा जन सैलाब
नेताओ ने कोठी पहुंचकर दी श्रृद्धांजलि
प्रयागराज, अमृत विचार। जिले की मेजा विधानसभा सीट दो लोकप्रिय बीजेपी विधायक रहीं नीलम करवरिया का बीमारी के चलते गुरुवार की देर रात निधन होने के बाद शनिवार को उनका अंतिम संस्कार रसूलाबाद घाट पर किया गया। इससे पहले शुक्रवार और शनिवार को श्रृद्धांजलि देने के लिए कोठी पर नेता का मजमा लगा रहा। उन्हें लिवर सिरोसिस की बीमारी के कारण कुछ दिनों से हैदराबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बारा से पूर्व विधायक उदय भान करवरिया की पत्नी पूर्व विधायक नीलम करवरिया का गुरुवार की देर रात हैदराबाद के अस्पताल में निधन हो गया। पार्थिव शरीर प्रयागराज पहुंचा तो पहले उन्हें मेजा लखनपुर ले जाया गया। वहां से कल्याणी देवी करवरिया कोठी लाया गया। जहां शुक्रवार की देर रात तक श्रृद्धांजलि देने और अंतिम दर्शन कर लिए तांता लगा रहा।
शनिवार को बड़े हुजूम के साथ उनकी शव यात्रा रसूलाबाद घाट पहुंची। जहां उदय भान करवरिया ने मुखाग्नि दी। उनकी दो बेटियां समृद्धि व साक्षी करवरिया और एक बेटा सक्षम है। उनके निधन की सूचना पर केबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के बेटे योगेश मौर्य, पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी, सांसद प्रवीण पटेल, पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल,पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, विधायक पूजा पाल, श्रृचा सिंह, विधायक वाचस्पति, समेत तमाम दिग्गजों व जिलों से बड़ी संख्या में समर्थको की भीड़ रही।
सीएम योगी व डिप्टी सीएम ने एक्स पर किया शोक व्यक्त
पूर्व विधायिका नीलम करवरिया के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर यह भी लिखा है कि नीलम करवरिया मृदुभाषी और जनप्रिय नेता रहीं। जो आज हम सबके बीच नही रही। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे और उनके परिवार को सहन शक्ति दे।
नीलम ने पति, जेठ और देवर के जेल जाने के बाद संभाली राजनीतिक विरासत
जवाहर पंडित हत्याकांड में तीनों भाइयों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद नीलम करवरिया ने परिवार की राजनीतिक विरासत को संभाला था। उन्होंने मेजा विधानसभा क्षेत्र में अपने पति की कर्मभूमि पर लोगों के सुख-दुख में हिस्सा लेते हुए लोगो के बींच काफी लोकप्रियता हासिल की थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की थी।
पति उदयभान करवरिया मेजा से दो बार भाजपा से विधायक रह चुके हैं। जेठ कपिलमुनि करवरिया फूलपुर से बसपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं और देवर सूरजभान करवरिया भी विधान परिषद सदस्य रहे हैं। 2022 में नीलम सपा प्रत्याशी से कम अंतर पर चुनाव हार गईं थी। लेकिन क्षेत्र में उनकी मौजदूगी लोगों में लोकप्रियता बढ़ाती रही। जनता की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करती थीं।
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